एआई और जन स्वास्थ्य भी अब मीडिया पाठ्यक्रम का हिस्सा हरिदेव जोशी पत्रकारिता और जनसंचार विश्वविद्यालय में प्रवेश 24 जुलाई तक

Update: 2023-07-17 11:43 GMT
पत्रकारिता और जनसंचार की विभिन्न विधाओं के इस युग में कॅरियर के लिए बेहतरीन मीडिया शिक्षा उन मीडियाकर्मियों के लिए सुनहरा अवसर है, जो इस प्रोफेशन में अपने जुनून के कारण हैं; लेकिन किसी कारण से ग्रेजुएशन या पीजी की डिग्री नहीं कर सके हैं। हरिदेव जोशी पत्रकारिता और जनसंचार विश्वविद्यालय (एचजेयू) ने नई शिक्षा नीति के अनुरूप अपने पाठ्यक्रमों को अपडेट किया है जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और जन स्वास्थ्य के पाठ्यक्रम भी शामिल किए गए हैं।
हरिदेव जोशी पत्रकारिता और जनसंचार विश्वविद्यालय (एचजेयू) में अकादमिक सत्र 2023-24 के लिए विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश 24 जुलाई तक होंगे। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुधि राजीव ने बताया कि बीए में आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (एआई) और जन स्वास्थ्य के कोर्सेज शामिल करने के साथ ही पाठ्यक्रम को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप तैयार किया गया है। पत्रकारिता और जनसंचार के विभिन्न क्षेत्रों में कॅरियर बनाने का सपना देखने वाले युवक-युवतियों के लिए विश्वविद्यालय में अब पाठ्यक्रमों में पहले से कहीं अधिक विकल्प होने जा रहे हैं। प्रवेश संबंधी पूरी जानकारी और आवेदन पत्र विश्वविद्यालय की वेबसाइट (https://hju.ac.in) पर देख सकते हैं। प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन ही करना है। आवेदन के लिए जयपुर के खासाकोठी स्थित परिसर जाने की जरूरत नहीं है।
विश्वविद्यालय में 2023-24 से कई नए पाठ्यक्रम शुरू किए गए हैं। पाठ्यक्रमों को विश्वविद्यालय के शिक्षकों, मीडिया तथा जनसंचार से जुड़े विशेषज्ञों और अन्य विश्वविद्यालयों की प्रतिभाओं के योगदान से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप अद्यतन किया गया है।
अब पत्रकारिता और जनसंचार में तीन वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम (बीए-जेएमसी) के साथ ही चार साल का बीए जेएमसी ऑनर्स (मीडिया स्टडीज) भी विद्यार्थी कर सकते हैं। इस पाठ्यक्रम के बाद विद्यार्थी सीधे एक वर्ष में ही पीजी पूरी कर लेंगे। देश के किसी भी विश्वविद्यालय या अन्य संस्थान से पीजी डिप्लोमा करने वाले विद्यार्थी भी अब एक वर्ष में एमए कर सकेंगे।
दो वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों- एमए (मीडिया स्टडीज), एमए (इलेक्ट्रॉनिक मीडिया), एमए (विज्ञापन एवं जनसंपर्क), एमए (न्यूज मीडिया) और एमए ( विकास संचार) में भी प्रवेश जारी हैं।
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