एजीटीएफ की टीम ने हत्या के मामले में 5 माह से फरार चल रहे इनामी बदमाश को गिरफ्तार किया
एक युवक की हत्या कर फरार हो गया था कातिल
जयपुर: एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) की टीम ने हत्या के मामले में 5 माह से फरार चल रहे दस हजार रुपए के इनामी बदमाश मनोज नेहरा निवासी नेछवा सीकर को अजमेर के रूपनगढ़ और इसके दो साथियों सुभाष और राजेंद्र निवासी अलखपुरा को जयपुर आयुक्तालय के दौलतपुरा थाना क्षेत्र से डिटेन किया है। इनामी बदमाश ने सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ थाना क्षेत्र में पांच माह पूर्व दुबई से तस्करी कर लाए गए सोने की रिकवरी के लिए पीट-पीट कर एक युवक की हत्या कर फरार हो गया था।
एडीजी (एजीटीएफ) दिनेश एमएन ने बताया कि दुबई में मजदूरी कर रहे सीकर के लक्ष्मणगढ़ थाना क्षेत्र में मानासी निवासी महिपाल कड़वासरा और उसका साथी शीशराम निवासी गोड़िया बड़ा को भारत आते समय तस्करों ने सोना देकर दुबई से रवाना किया था, लेकिन शीशराम भारत आने के बाद गायब हो गया। इस पर सोना मंगवाने वाले लोगों ने बदमाश विजय भार्गव उर्फ बिज्जू, सोनू मीणा, मनोज नेहरा, संजू भार्गव व अन्य को सोने की रिकवरी होने पर आधा सोना देने की बात कही। इसके बाद इन बदमाशों ने महिपाल का गत 2023 को अपहरण कर सोने के बारे में जानने के लिए बुरी तरह से पीटा, जिससे उसकी मौत हो गई थी।
आरोपी ऐसे आए पकड़ में: एडीजी ने बताया कि गैंगस्टर, हार्डकोर बदमाश और वांछित अपराधियों के बारे में सूचना इकट्ठी करने के लिए डीआईजी योगेश यादव के सुपरविजन में गठित टीम को सूचना मिली कि मनोज नेहरा और उसके साथी नई दिल्ली अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के लिए निकले हैं। इस सूचना पर पीछा करते हुए एजीटीएफ ने इसके दो साथियों सुभाष व राजेंद्र को थाना दौलतपुरा इलाके में पकड़ लिया, लेकिन बदमाश मनोज नेहरा को इसके साथियों ने टीम के साथ हाथापाई कर फरार करवा दिया। एजीटीएफ ने लगातार मनोज का पीछा करना जारी रखा। लगातार 48 घंटे के दौरान नीमराना, कोटपुतली, बहरोड, जयपुर और अजमेर तक पीछा कर देर रात अजमेर के रूपनगढ़ कस्बे से इनामी बदमाश को दबोच लिया। इसे सीकर पुलिस को सौंप दिया गया है। इसके दूसरे साथियों को भी एजीटीएफ ने चिन्हित कर लिया है, जिनकी तलाश में कई जगह दबिश दी जा रही है।