आचार संहिता समाप्त होने के बाद भाजपा मुख्यालय में लगेगा जनता दरबार

राजस्थान सीएम ने किया बड़ा ऐलान

Update: 2024-05-20 08:09 GMT

जयपुर: प्रदेश में पारदर्शी व संवेदनशील प्रशासन देने व जनता की पीड़ा व समस्याओं का समाधान करने के लिए आचार संहिता समाप्त होने के बाद भाजपा मुख्यालय में जनता दरबार लगेगा। इस जनता दरबार में सप्ताह के तय दिन भजनलाल सरकार के मंत्री व भाजपा का एक वरिष्ठ पदाधिकारी भाजपा मुख्यालय में लोगों से मिलकर उनकी पीड़ा समझेंगे और उनका प्रतिवेदन लेंगे।

इस रिपोर्ट का समय सीमा के अंदर निस्तारण कराकर संबंधित को भी सूचित किया जाएगा, ताकि जनता में सरकार का अच्छा संदेश जाए। जनता दरबार के लिए बीजेपी संगठन की ओर से प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है. जिसमें सप्ताह के दिन के हिसाब से मंत्रियों और अधिकारियों का एक पैनल तैयार किया जाएगा. साथ ही समस्या के समाधान का रास्ता भी तय होगा. जनसुनवाई में आमजन पानी, बिजली, चिकित्सा, शिक्षा, सड़क, अपराध, राजस्व सहित अन्य समस्याओं पर सामूहिक एवं व्यक्तिगत रूप से शिकायत कर सकते हैं।

मंत्री लेंगे रिपोर्ट, अधिकारी रहेंगे उनके साथ: राज्य में भजनलाल सरकार बनने के दो महीने बाद ही लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू हो गई थी. इससे जनहित एवं विकास कार्य बाधित हो गये। अब 4 जून को चुनाव नतीजे आने के बाद आचार संहिता खत्म हो जाएगी. इसके बाद भाजपा संगठन ने आम लोगों की समस्याओं का त्वरित समाधान करने और प्रदेश में सुशासन देने का खाका तैयार किया है। इसके तहत अब मंत्री आम लोगों की समस्याएं सुनेंगे और उनका समाधान करेंगे. इस दौरान संगठन के पदाधिकारी भी उनके साथ रहेंगे ताकि लोगों की समस्याओं के समाधान में संगठन की भागीदारी हो और लोग भाजपा से जुड़ें. इसके लिए जनता दरबार का प्रस्ताव बनाया जा रहा है.

प्रभारी मंत्री भी जिलों में जायेंगे: गर्मियों में पेयजल और बिजली की समस्या बड़े पैमाने पर होती है. जलदाय विभाग और बिजली निगम के अधिकारियों की लापरवाही के कारण लोगों को पेयजल और बिजली कटौती की समस्या से जूझना पड़ रहा है। आचार संहिता के कारण प्रभारी मंत्री जिलों में प्रशासन के साथ जनता की सुनवाई नहीं कर पा रहे हैं. चुनाव नतीजे आते ही प्रभारी मंत्री अपने जिलों में सक्रिय हो जायेंगे और प्रशासन के साथ सभी विभागों की समीक्षा करेंगे. बीजेपी मुख्यालय पर जन सुनवाई की शुरुआत 2013 से 2018 के बीच वसुंधरा राजे सरकार में हुई थी. जनसुनवाई के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ-साथ आम जनता भी मंत्रियों से सीधा संवाद करती है. साथ ही, मंत्रियों को उनके विभागों के कामकाज पर फीडबैक भी मिलता है।

बीजेपी ने कहा- आचार संहिता खत्म होने के बाद होगी जनसुनवाई

भाजपा के प्रदेश महासचिव श्रवण सिंह बागड़ी ने कहा कि जनता से जुड़ना और उनकी समस्याओं का संवेदनशीलता से समाधान करना भाजपा सरकार की परंपरा रही है. चुनाव आचार संहिता के कारण जनसुनवाई नहीं हो सकी. अब आचार संहिता खत्म होते ही संगठन स्तर पर जनता की बात सुनने और समस्याओं का समाधान करने का सिस्टम तैयार किया जा रहा है। इस पर काम किया जा रहा है.

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