शहर के जामली, सुरजपुरा के बाद अब घंटाली क्षेत्र में भी नहीं बजेगा डीजे
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प्रतापगढ़। प्रतापगढ़ पीपलखूंट क्षेत्र में इन दिनों डीजे पर प्रतिबंध को लेकर नवाचार किया जा रहा है। पीपलखुंट डीएसपी यशोधन पाल व घंटाली थानाध्यक्ष सोहनलाल बामनिया की उपस्थिति में घंटाली थाने में आगामी त्योहार होली के मद्देनजर सीएलजी की बैठक हुई. इसमें सदस्य, ग्राम रक्षक, पुलिस मित्र व सुरक्षा मित्र मौजूद रहे। जिसमें आने वाले त्योहारों, शादियों व सामाजिक आयोजनों में शराब का सेवन न करने, त्योहारों को शांतिपूर्वक मनाने व लड़ाई-झगड़ा नहीं करने की समझाइश दी। गांव में कोई पुराना विवाद होने पर ग्राम में बैठे अनुच्छेद 13/3ए के अनुसार गढ़ा गमेती पंच के निर्णय का समाधान करने की बात कही। पुलिस ने कहा कि इस दौरान शराब पीकर वाहन न चलाएं। वाहनों के ऊपर बैठकर यात्रा न करें। मिंटिंग में मौजूद घंटाली थाना क्षेत्र के सैकड़ों लोगों ने क्षेत्र में पूरी तरह से डीजे बंद करने पर सहमति जतायी. ग्रामीणों ने बताया कि आने वाले दिनों में बोर्ड की परीक्षाएं आने वाली हैं और आज की युवा पीढ़ी शराब पीकर डीजे पर डांस करती है। लड़ाई-झगड़ा होता रहता है।
शराब के नशे में वाहनों पर सवार होकर हादसों में अपनी जान गंवा रही है। हमारी आदिवासी संस्कृति में डीजे का कोई महत्व नहीं है। इससे हमारी संस्कृति नष्ट हो रही है। मसलन, ढोल, कुंडी बजाकर गोल आकार में एक साथ नाचते हुए गाना गाने की परंपरा खतरे में है। भीलों का इतिहास उन गीतों में गाया गया था, जो अब विलुप्त होने के कगार पर है। शादी में पहने जाने वाले कपड़े भी बंद हो रहे हैं। पुलिस ने पीपलखूंट को भी समझाया डीएसपी यशोधन पाल सिंह ने कहा कि आदिवासी संस्कृति में डीजे का चलन नहीं है. यहां पश्चिमी संस्कृति को बढ़ावा दिया जा रहा है। यहां नागौर, सीकर, झुंझुनू, जयपुर, जोधपुर से डीजे बज रहे हैं। उपस्थित लोगों ने डीजे बजाने वालों पर कार्रवाई की बात कही। बैठक के दौरान ग्राम पंचायत थेचला सरपंच देवी प्रसाद बुज, पृथ्वीपुरा सरपंच रनबीर, कंकरवापाड़ा सरपंच भीमसिंह डामोर, महुवाल सरपंच जनप्रतिनिधि शिव निनामा, पंचायत समिति सदस्य गनेलाल, हीरालाल बुज, पूर्व प्रधान नागजी पटेल, ओमजी, गौतमलाल, हीरालाल रावल सहित अन्य। उपस्थित थे।