पाली। पति की मौत के बाद 30 साल की विवाहिता की जिंदगी नर्क बन गई है. ससुराल वालों ने प्रताड़ित कर घर के जेवरात हड़प कर उसे घर से निकाल दिया। ऐसे में विवाहिता को अपने दो बच्चों के साथ किराए के मकान में रहना पड़ रहा है। दो बच्चों का पेट पालने के लिए वह मजदूरी करने को विवश है। विवाहिता ने एसपी को ज्ञापन सौंपकर अपनी व्यथा सुनाई और कहा कि गुड़ा एंडला थाने में मामला दर्ज कराने गई थी लेकिन पुलिस ने उसकी एक नहीं सुनी. यह कहानी है अंबेडकर नगर, माया नगर, गुंडोज हॉल, पाली में रहने वाली 30 वर्षीय तारा पत्नी मंगलाराम सरगरा की। उसने बताया कि करीब 10 साल पहले उसकी शादी गुंडोज निवासी मंगलाराम सरगरा से हुई थी। शादी के बाद उनके कुलदीप और विराट नाम के दो बच्चे हुए। पीहर पक्ष की आर्थिक मदद से उसने गुंडोज में मकान बनवाया। पति ने बाइक खरीदी। सब कुछ ठीक चल रहा था लेकिन 20 अक्टूबर 2019 को उनके पति मंगलाराम सरगरा की एक हादसे में मौत हो गई। पति की मौत के बाद धीरे-धीरे उसके साथ ससुराल वालों का व्यवहार बदलने लगा। उन्होंने उसके पति की बाइक और उसके जेवरात छीन लिए और उसे प्रताड़ित कर घर से निकाल दिया। पीड़िता ने बताया कि पिता की मौत हो चुकी है और बूढ़ी मां आर्थिक रूप से कमजोर है। ऐसे में वह अपने दो बेटों के साथ पाली के अंबेडकर नगर माया नगर में किराए पर रह रही है और मजदूरी कर किसी तरह अपने बच्चों का पेट पाल रही है. एसपी को सौंपे ज्ञापन में विवाहिता ने ससुराल वालों के खिलाफ मामला दर्ज कर घर व जेवर हक़ दिलाने की बात कही है, दोनों बच्चों का गुजारा हो सके।