जोधपुर न्यूज: जोधपुर हाईकोर्ट हेरिटेज बिल्डिंग में इन दिनों माहौल गर्म है। एक तरफ राजस्थान हाईकोर्ट एडवोकेट एसोसिएशन के चुनाव को लेकर आंदोलन चल रहा है तो दूसरी तरफ वकीलों का धरना चल रहा है. धरना प्रदर्शन इसलिए है क्योंकि निगम ने बिना कोई नोटिस दिए वकीलों की मेज उठा ली। वकील सड़क पर उतरे तो निगम ने टेबल लौटा दी, लेकिन वकील अब भी नुकसान की भरपाई की मांग को लेकर नारेबाजी कर रहे हैं. इधर अधिवक्ता के चुनाव में प्रत्याशी प्रचार व वोट बैंक को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. प्रत्याशी प्रदर्शनकारी वकीलों को आश्वासन देते नजर आ रहे हैं कि चुनाव परिणाम आने के बाद वे मंच और टेबल लगा देंगे. फिलहाल करीब 100 अधिवक्ता मैदान में आ चुके हैं। कई वकीलों के कंप्यूटर आदि खराब होने से अधिवक्ता आक्रोशित हैं. रविवार को शुरू हुआ उनका विरोध सोमवार को दूसरे दिन भी जारी रहा।
वकीलों की इन उखड़ी मेजों को देख सभी अधिवक्ता आक्रोशित हैं। उनका कहना है कि यह टेबल एसोसिएशन की अनुमति से लगाई गई थी, इसी से उनकी रोजी रोटी चल रही है. ऐसे में निगम ने बिना कोई नोटिस दिए यह कार्रवाई की। वकीलों के कंप्यूटर भी खराब हो गए।
बता दें कि अधिवक्ताओं को कोर्ट परिसर, जोधपुर जिला व जोधपुर महानगर के सामने एसबीआई भवन के पास टेबल आवंटित किए गए थे. जहां अधिवक्ता अपना कार्य कर रहे थे। कई ने कंप्यूटर आदि लगा रखे थे। ऐसे में वहां स्थित एसबीआई बैंक के प्रबंधक की शिकायत पर नगर निगम ने रविवार को कार्रवाई करते हुए चबूतरे तोड़ दिए और मेज उखाड़ दिए। इसके बाद वकीलों का गुस्सा फूटा और पिछले गेट पर ताला लगाकर रविवार को धरने पर बैठ गए। वकीलों की नाराजगी पर निगम बैकफुट पर आया और मेज कुर्सी, कम्प्यूटर वापस कर दिया। लेकिन वकील आज भी धरने पर बैठे रहे.