एसीबी ने ग्राम पंचायत नारेला के विकास अधिकारी को रिश्वत लेते हुए किया गिरफ्तार

Update: 2023-07-27 13:40 GMT

चित्तौरगढ़: चित्तौड़गढ़ एसीबी ने ग्राम पंचायत नरेला के विकास अधिकारी को 4200 रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है. ग्राम सेवक ने ठेकेदार को तीन कामों में फंसा रखा था. पहले रिश्वत लेने के बाद वह लगातार ठेकेदार से पैसे की मांग कर रहा था. पैसा मिलने के बाद ही बिल आगे बढ़ाने की बात कही। जिस पर ठेकेदार ने उसकी शिकायत एसीबी चित्तौडग़ढ़ से की।

एसीबी चित्तौड़गढ़ के एडिशनल एसपी कैलाश सिंह सांदू ने बताया कि वर्ष 2021-22 में पंचायत समिति चित्तौड़गढ़ ने ठेकेदार देवीलाल गुर्जर फर्म बालाजी कंस्ट्रक्शन को नरेला के तेजाजी चौक पर खुला बरामदा बनाने का आदेश दिया था. यह 3 लाख रुपए का वर्क ऑर्डर था। इसके बदले में ग्राम सेवक कैलाश नगर निवासी संदीप सिपानी (36) पुत्र सुरेंद्र कुमार ने पांच प्रतिशत की दर से 15 हजार रुपये लिए थे। इसके बाद आरोपियों ने दो फीसदी और की मांग की.

ग्रामसेवक संदीप सिपानी ने ठेकेदार के तीन अन्य काम भी रुकवा दिए। इसके बाद ठेकेदार को 2 लाख रुपए का अतिरिक्त काम दिया गया, सीसी रोड बनाई गई, जिसका बिल आगे बढ़ाने की एवज में यह रिश्वत मांगी गई थी। इसके अलावा आरोपी ठेकेदार द्वारा पहले काम के लिए जमा की गई सिक्योरिटी राशि भी देने में आनाकानी कर रहा था। उन्होंने बिल पास कराने के एवज में छह हजार रुपये की मांग की. जिसमें से 1800 रुपए जेसीबी कार्य का बिल और 4200 रुपए नकद देने की बात कही। ठेकेदार ने परेशान होकर इसकी शिकायत चित्तौड़गढ़ एसीबी से की.

21 जुलाई से 24 जुलाई तक मोबाइल और आमने-सामने की बातचीत में रिश्वत की रकम मांगे जाने की पुष्टि हुई. इसके बाद अधिकारी ने आज आरोपी ग्राम पंचायत नरेला के विकास अधिकारी संदीप सिपानी को 4200 और 1800 रुपये के बिल के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. एएसआई नेमीचंद, हेड कांस्टेबल दलपत सिंह, श्यामलाल, ओम प्रकाश शर्मा, कांस्टेबल सुनील कुमार, जितेंद्र सिंह, इस कार्रवाई में मान सिंह शामिल थे.

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