प्रतापगढ़। प्रतापगढ़ धोखाधड़ी के मामले में लंबे समय से फरार चल रहे दंपती को प्रतापगढ़ की कोतवाली थाना पुलिस ने गुरुवार को इंदौर से गिरफ्तार कर लिया. दंपति प्रतापगढ़ कस्बे में कोचिंग सेंटर चलाता था। शहर के नकोड़ा नगर में रहने वाला यह पति-पत्नी रुपयों के लेन-देन में ठगी के मामले में वांछित था. कोतवाली थाना प्रभारी लालसिंह ने बताया कि डूंगरपुर निवासी ऋषभ जैन ने कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. जिसमें ऋषभ ने बताया कि उसने 27 सितंबर 2021 को प्रतापगढ़ में कोचिंग सेंटर चलाने वाली नकोड़ा नगर निवासी प्रीति कुमावत को साढ़े पांच लाख रुपये उधार दिए थे।
इसके एवज में प्रीति ने उन्हें ढाई-ढाई लाख रुपये के आईडीबीआई बैंक के दो चेक दिए। बाद में पता चला कि जिस खाते में चेक दिए गए थे, वह बंद है। मुकेश कुमावत की पत्नी प्रीति ने तय समय में पैसा नहीं लौटाया और बैंक खाता भी बंद कर दिया गया. ऋषभ जैन ने प्रीति व उसके पति मुकेश कुमावत से संपर्क किया तो उन्होंने जल्द राशि लौटाने की बात कही और रुपये लौटाने का समझौता कर लिया. दंपति ने समझौता करने के बाद भी राशि वापस नहीं की और प्रतापगढ़ शहर छोड़ दिया। प्रतापगढ़ की कोतवाली थाना पुलिस काफी समय से आरोपी दंपत्ति की तलाश कर रही थी, लेकिन उनका पता नहीं चल सका. मुखबिर के जरिए पुख्ता सूचना मिलने के बाद दंपति को आज मध्य प्रदेश के इंदौर से गिरफ्तार किया गया। पुलिस आरोपी दंपति से पूछताछ में जुटी है।