हर लाभार्थी की बनेगी आभा आईडी, एक क्लिक पर मरीज का डेटा मिलेगा

Update: 2024-02-29 06:26 GMT
नागौर। अब हर व्यक्ति का हेल्थ अकाउंट बनाया जाएगा, जिसमें डिजिटल रूप में व्यक्ति का स्वास्थ्य रिकॉर्ड उपलब्ध होगा। इससे व्यक्ति को अनावश्यक कागजात का रिकार्ड नहीं रखना पड़ेगा। इसमें डॉक्टर्स को रिपोर्ट दिखाने से लेकर रिपोर्ट अपलोड कर सकते हैं। इसे एक क्लिक पर डाउनलोड किया जा सकता है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. महेश वर्मा ने बताया कि केन्द्र सरकार ने आयुष्मान डिजिटल भारत मिशन की शुरूआत की है। इसके लिए मरीज का हैल्थ रिकॉर्ड ऑनलाइन अपडेट रखने के लिए आयुष्मान भारत अकाउंट (आभा) बनाया जा रहा है। यह आईडी बनाने पर 14 अंकों का एक अकाउंट नम्बर अलॉट होगा, जिसमें संबंधित व्यक्ति ऐप के माध्यम से अपने चिकित्सा से संबंधित रिकॉर्ड, लैब रिपोर्ट, डॉक्टर का लिखा दवा का पर्चा, डॉक्टर नोटस, इमेज, वैक्सीन इत्यादि डिजिटल प्लेटफार्म पर सुरक्षित रख सकते हैं। डॉ. वर्मा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के कार्मिकों द्वारा आभा आईडी बनाई जा रही है। लाभार्थी स्वयं भी अपनी आभा आईडी बना सकता है।
पुरानी रिपोर्ट्स नहीं रखनी होगी
डॉ. वर्मा ने बताया कि हेल्थ अकाउंट बनाने से उसमें रिकॉर्ड का संधारण करने का फायदा मिलेगा। अक्सर देखते हैं कि मरीज डॉक्टर के पास पहुंचता है। डॉक्टर उससे बीमारी के बारे में जानकारी लेता है। पूर्व की जांच रिपोर्ट मांगता है, लेकिन उनका रिकॉर्ड नहीं होने से दिक्कत आती है। ऐसे दुबारा सारी रिपोर्ट आने के बाद उपचार में शुरू होता है। पुराना रिकॉर्ड रहे, तो डॉक्टर को बीमारी तलाशने में बड़ी मदद मिलती है।
मोबाइल में जनरेट हो जाएगा अकाउंट
डॉ. वर्मा ने बताया कि ये अकाउंट मोबाइल में भी आराम से जनरेट हो जाएगा। इसके लिए व्यक्ति मोबाइल में प्ले स्टोर पर जाना होगा। यहां से आभा (्रक्च॥्र) ऐप सर्च करे। इसके बाद लिंक खुल जाएगा। वहां से इसे डाउनलोड कर सकते है। इसको ओपन कर मोबाइल नंबर डालना होगा, जिसमें संबंधित मोबाइल पर ओटीपी आएगी। इसको भरने के बाद नाम पता समेत अन्य जानकारियां भी पूरी करनी होगी। इसके बाद अकाउंट बन जाएगा।
किस फंक्शन में क्या रख सकेंगे
लैब रिपोर्ट्स : इसमें संबंधित व्यक्ति लैब का नाम, रिपोर्ट की स्थिति और स्थिति या बीमारी का रिकार्ड रख सकता है।
डॉक्टर्स की दवा का पर्चा : इसमें डॉक्टर्स और हॉस्पिटल का पर्चा रख सकते है। डॉक्टर्स या हॉस्पिटल का नाम और उनसे मिलने का समय का रिकार्ड शामिल है।
डॉक्टर्स नोट्स : डॉक्टर्स और अस्पताल ने संबंधित मरीज की जांच कर क्या लिखा है।
इमेज : इसमें एक्सरे, एमआरआई, सीटी स्कैन समेत अन्य जांचें रिपोर्ट अपलोड कर सकते है।
वैक्सीनेशन : यहां वैक्सीनेशन का रिकार्ड रख सकते है।
मेडिकल खर्च : उपचार में कितना खर्चा, उसकी राशि, पेमेंट मोड और उसकी रसीद शामिल है।
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