विमान और पक्षियों की टक्कर को कम करने के लिए 63 प्रजातियों के कुल 521 पक्षियों की गणना की गई

63 प्रजातियों के कुल 521 पक्षियों की गणना की गई

Update: 2023-06-28 07:08 GMT
उदयपुर। उदयपुर के महाराणा प्रताप एयरपोर्ट डबोक में वन्यजीव व पक्षी विमान टकराव के जोखिम कम करने को लेकर सर्वेक्षण का प्रथम चरण पूरा हो गया। उदयपुर के महाराणा प्रताप एयरपोर्ट डबोक में वन्यजीव व पक्षी विमान टकराव के जोखिम कम करने को लेकर सर्वेक्षण का प्रथम चरण पूरा हो गया। वन्यजीव प्रबंधन व स्वास्थ्य अध्ययन उपकेंद्र, पशु चिकित्सा एवं पशु साइंस काॅलेज नवानिया और हवाई अड्डा प्राधिकरण की तरफ से यह सर्वेक्षण हुआ।
विमानपत्तन निदेशक व एटीसी इंचार्ज राघवेन्द्र रत्न मौर्य ने बताया कि इस सर्वे का उद्देश्य पक्षी विविधता और पक्षी विमान समस्याओं का मूल्यांकन करना है। साथ ही सुरक्षा को सुधारने की भी पहल है। सर्वेक्षण कार्यक्रम के तहत डॉ हेमन्त जोशी, पक्षीविद शरद अग्रवाल आदि ने सर्वे कर प्राधिकरण को रिपोर्ट प्रस्तुत की। पांच दिन के सुबह, दोपहर व शाम से रात तक के सर्वे में 63 प्रजातियों की कुल 521 पक्षी की गणना की गई। जिसमें शिकरा, ब्लैक विंग काइट, जिटिंग सिस्टिकोला, सावाना नाइटजार व इंडियन थिक नी, चित्रित फ्रेंकोलिन और अन्य प्रजातियां प्रमुख रही।
पक्षीविद शरद अग्रवाल ने एयरपोर्ट पर पक्षियों को भगाने के लिए किए गए उपायों की समीक्षा की। साथ ही कई सुझाव दिए। सह अन्वेषक डॉ हेमन्त जोशी ने एटीसी के स्टाफ को रनवे पर विमान उड़ते व उतरते समय के पहले पक्षी को उड़ाने में वैज्ञानिक तरीके से ध्यान रखने का प्रशिक्षण दिया। इस सर्वे का मुख्य उद्देश्य विमान व पक्षी के बीच टकराव को कम करने के प्रयासों का मूल्यांकन करना है। सर्वे के तीन चरण होंगे। अगला चरण सर्दी के मौसम में किया जाएगा।
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