अलवर: राजस्थान में अलवर जिले के गोवन्दिगढ़ पुलिस थाना क्षेत्र के रामबास गांव में चोर समझकर शौचकर घर आ रहे एक व्यक्ति की लोगों द्वारा मारपीट करने से मौत हो गई। इसके बाद मंगलवार को गोविंदगढ़ में उसके परिजन एवं उनके साथ अन्य लोग एकत्रित हो गए और आरोपियों की गिरफ्तारी आदि मांगों को लेकर शव का अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया।
प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंच गये हैं और तनाव के मद्देनजर पुलिस बल तैनात किया गया हैं। उल्लेखनीय है कि रविवार को राम बास निवासी चिरंजी सैनी शौच के लिए खेत में गया था। उसी दौरान अलवर के सदर थाना क्षेत्र से एक ट्रैक्टर को चोरी करके लाया जा रहा था और ट्रैक्टर मालिक और कुछ लोग चोरों का पीछा कर रहे थे।
चोर अपने आप को पुलिस और ट्रैक्टर मालिकों से घिरा देख ट्रैक्टर को बिजली घर के पास स्थित एक खेत में छोड़कर भाग गए, इतने में पुलिस से पहले ट्रैक्टर के मालिक आ गए और खेत में शौच कर रहे रामबास निवासी चिरंजी सैनी (45) को चोर समझकर पीट दिया। इस मारपीट में वह गंभीर रुप से घायल हो गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने चिरंजी सैनी को अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उसे जयपुर भेज दिया गया था। बाद में सोमवार शाम को चिरंजी ने दम तोड़ दिया।
थाने का घेराव, इलाके में तनाव
मामले की सूचना लगते ही परिजन मौके पहुंचे और पूरे मामले में विरोध करने लगे। पुलिस प्रशासन शव को परिजनों को सौंपने लगे तो उन्होंने शव लेने से इंकार कर दिया और कहा कि आरोपियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। साथ ही मृतक के परिवार को सहायता के तौर पर पांच लाख रुपये ,एक सदस्य को नौकरी चाहिए। घटना के बाद पूरे गांव में भारी पुलिस बल तैनात है। गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस थाने का घेराव कर दिया है।
सब्जी बेचता था चिरंजी
इलाज के दौरान दम तोड़ने वाली चिरंजी सब्जी की रेहड़ी लगाकर अपना जीवन यापन करता था। म्रतक गरीब परिवार से आता था। जिसके कारण वह मजदूरी करके अपने परिवार का पेट पाल रहा था। मॉब लिंचिंग का शिकार हुए चिरंजीव की मौत के बाद घर में मातम छाया हुआ है। साथ ही रोजी रोटी के लाले पड़ गए। मृतक के बेटे ने मामले में लिखित में पुलिस को शिकायत दी है। जिस पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है।