सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में ऑन कॉल पशु चिकित्सा उपलब्ध करवाना केन्द्र सरकार का बड़ा कदम
चूरू । सांसद राहुल कस्वां ने कहा है कि सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में मोबाइल वैन के माध्यम से पशु चिकित्सा उपलब्ध करवाना केन्द्र सरकार का बहुत बड़ा कदम है। इससे दूर-दराज के क्षेत्रों में रहे वाले पशुपालकों को बेहतरीन पशु चिकित्सा सुविधाएं घर बैठे ही मिल सकेंगी।
सांसद राहुल कस्वां शनिवार को जिला मुख्यालय स्थित बहुउद्देशीय पशु चिकित्सालय केन्द्र में मोबाइल वेटेरिनरी वैन के लोकार्पण समारोह में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने पशुपालकों की संवेदनाओं को समझते हुए अपने संवेदनशील निर्णयों से उनको राहत पहुंचाने का काम किया है। अब जिले के पशुपालकों को ग्रामीण स्तर तक ऑन कॉल घर पर ही उनके पशुधन के लिए चिकित्सा सुविधा मिल सकेगी।
कस्वां ने कहा कि केन्द्र सरकार ने सम्पूर्ण देश में पशु चिकित्सा सुविधाओं में एकरूपता लाते हुए उन्नत तकनीक के संसाधन पशुपालकों के लिए उपलब्ध करवाए हैं। मोबाइल वेटेरिनरी वैन के माध्यम से मिलने वाली पशु चिकित्सा सुविधाओं के बारे में जिले के पशुपालकों तक व्यापक प्रचार-प्रसार करते हुए जागरूक करें तथा प्रत्येक पशुपालक को सुविधाओं का समुचित लाभ मिले।
इस अवसर पर सांसद राहुल कस्वां, जिला कलक्टर पुष्पा सत्यानी, पशुपालन संयुक्त निदेशक डॉ ओमप्रकाश ने हरी झंडी दिखाकर जिले में 5 मोबाइल वेटेरिनरी वैन को रवाना किया।
जिला कलक्टर पुष्पा सत्यानी ने कहा कि ऑन कॉल पशु चिकित्सा सुविधा जिले के पशु पालकों के लिए बहुत उपयोगी साबित होगी तथा डोर टू डोर पशु चिकित्सा सुविधा मिलना बहुत अच्छा अचीवमेंट होगा। जिले के सभी पशुपालकों को सुविधा के बारे में सम्पर्ण जानकारी रहे ताकि जरूरत होने पर उन्हें किसी प्रकार की असुविधा न हो।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में आधी आबादी से अधिक जनता का आय का स्त्रोत कृषि व पशुपालन है। इससे अब घर बैठे निःशुल्क पशु चिकित्सा सुविधा मिलने पर उनकी आय बढ़ेगी तथा पशुधन के लिए उपलब्ध चिकित्सा सेवाओं का विस्तार होगा।
पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ ओमप्रकाश ने बताया कि हेल्पलाइन नंबर 1962 पर कॉल करने पर जिले के पशुपालकों को अब मोबाइल वेटेरिनरी यूनिट की सहायता से उनके घर पर ही निःशुल्क पशु चिकित्सा सुविधा मिल सकेगी। असके साथ ही जिन क्षेत्रों में पशु चिकित्सा केद्र नहीं थे या नॉन फंक्शनल थे, उन क्षेत्रों में भी पर्याप्त पशु चिकित्सा सेवाएं मिल सकेंगी।
उन्होंने बताया कि जिले में कुल 15 मोबाईल वेटरनरी यूनिट का संचालन एक लाख पशुधन के आधार पर किया जायेगा। प्रथम चरण में चूरू, राजगढ, तारानगर, सरदारशहर व रतनगढ तहसील के लिए मोबाइल वाहनों को रवाना किया। शेष 10 वाहन शीघ्र ही वाहनों की ब्राण्डिंग के पश्चात् एनजीओ द्वारा मैन पावर उपलब्ध होते ही शुरू कर दिया जायेगा। योजनान्तर्गत पशुपालकों को टोल फ्री नम्बर 1962 पर सूचना उपरान्त मोबाईल वाहन द्वारा घर पर जाकर पशु चिकित्सा, कृत्रिम गर्भाधान, टीकाकरण, सामान्य शल्यक्रिया सहित विशेषज्ञ सेवाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। उपचार का किसी प्रकार का चार्ज नहीं देना होगा। पशुपालक को अपना आधार कार्ड या मोबाईल नम्बर मोबाईल टीम को उपलब्ध करवाना आवश्यक होगा।
इस दौरान दौलत तंवर, नरेन्द्र काछवाल, ओम सारस्वत, डॉ सी पी सिंह, सहायक निदेशक डॉ निरंजन चिरानियां, डॉ सुनील मेहरा, डॉ नीतू ढाका, डॉ ओम प्रकाश आर्य, डॉ पूनम, डॉ चेतना, डॉ ईदरीश, डॉ कमल शर्मा, डॉ इम्तियाज, धर्मवीर, श्यामाकान्त महर्षि सहित अन्य उपस्थित रहे। संचालन डॉ निरंजन चिरानिया ने किया।