राजसमंद न्यूज़: राजसमंद के केलवागढ़ में विराजित मां चामुंडा...अब यहां जाने के लिए सिर्फ पगडंडी जैसा रास्ता बचा है। दाहिने-बाएं झांक लें जाे जान हलक में आ जाती है। केलवा मार्बल का गढ़ है। इसलिए यहां आसपास की सभी पहाड़ियां खाेद दी गई हैं। 30 साल पहले तक केवलागढ़ और मंदिर 600 फीट ऊंची पहाड़ी पर स्थित था। लेकिन अब ये खान टापू बन गया है।
आसपास 800-900 फीट गहरी खाइयां दिखती हैं। केलवागढ़ के गाेखड़ाें से नीचे देखे लें ताे चक्कर आने लगते हैं। ब्लास्टिंग का खतरे के डर से यहां श्रद्धालुओं ने भी आना-जाना कम कर दिया है। कराेड़ाें का राजस्व देने वाले इस क्षेत्र में मंदिर जाने के लिए न तो कोई पक्की सड़क है और न खदानों की तरफ दीवारें और रेलिंग। सुरक्षा के नाम पर रास्ते के दाेनाें किनाराें पर केवल मार्बल ब्लाॅक रखे हुए हैं।