नगर पालिका उपाध्यक्ष और भाजपा नेता पर हमला करने वाले 6 बदमाशों को 5 साल की सजा
बूंदी। बूंदी भाजपा ओबीसी मोर्चा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष गणेश गुर्जर और उपाध्यक्ष राजविंता गोचर पर जानलेवा हमले के 6 साल पुराने मामले में एडीजे कैंप कोर्ट की न्यायाधीश अचला आर्य ने 6 आरोपियों को 5 साल की सजा सुनाई है। इस मामले में आरोपी अब्दुल खालिक की पहले ही मौत हो चुकी है. चूंकि आरोपी हिस्ट्रीशीटर और हार्डकोर अपराधी था, इसलिए पुलिस ने इस प्रकरण को केस ऑफिसर स्कीम में शामिल कर लिया था. अभियोजन पक्ष के वकील कुलदीपसिंह गौड़ ने बताया कि 18 फरवरी 2017 को गणेश गुर्जर और राजविंता गोचर पर तीन नंबर नाले के पास हथियारबंद बदमाशों ने घात लगाकर हमला किया था. आरोपी अब्दुल खालिक, अब्दुल अजीज उर्फ मिल्लू, आरिफ हुसैन, रफीक मोहम्मद, वहीद उर्फ खूंटा, मोहम्मद हनीफ पिंजारा और रिंकू उर्फ अब्दुल रहूफ ने इन दोनों पर जानलेवा हमला किया था।
हमले में गणेश गुर्जर गंभीर रूप से घायल हो गया। राजविनता गोचर ने आरोपी के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराया था. प्रकरण अधिकारी एएसआई नंद सिंह ने बताया कि एसपी जय यादव के निर्देश पर प्रकरण को स्कीम में शामिल कर एडीपी कैलाशचंद मीना ने 17 गवाहों को न्यायालय में बयान दर्ज कराने के लिए प्रेरित किया तथा साक्ष्य सहित 25 दस्तावेज पेश किए। जिस पर अपर सत्र न्यायाधीश ने आरोपियों को विभिन्न धाराओं में सजा सुनाई। भादसं की धारा 323 में 6-6 महीने, धारा 324, 325 में एक-एक साल और धारा 307, 149 में 5-5 साल की सजा और 3 हजार रुपये जुर्माना।
करवर केदारा की झोपड़ियां निवासी कुंजीलाल मीणा (23) की जयपुर में रेल हादसे में मौत हो गई। शव का गांव में अंतिम संस्कार किया। वह तीन बहनों में सबसे छोटा और माता-पिता का लाड़ला बेटा था। परिजनों ने बताया कि छात्र कुंजीलाल जयपुर में रहकर एसएससी की तैयारी कर रहा था। मंगलवार को दिन में सब्जी लेने जाते समय अर्जुननगर फाटक पर ट्रेन की चपेट में आ गया। जयपुर के अस्पताल में उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव गांव में लाया गया। मृतक तीन बहनों में सबसे छोटा था। पिता परशुराम, मां तुलसा बाई का अकेला वारिस और बुढ़ापे का सहारा था। पिता लघु सीमांत किसान हैं और आर्थिक स्थिति कमजोर है। इसके बावजूद खेती कर बच्चों को पढ़ाई करवा रहे हैं। बड़ी बहनें मुकेशी, मूली विवाहित हैं, मंझली बहन निरमा अविवाहित है, मृतक की भी शादी नहीं हुई थी।