6 साल में 6 संभागीय आयुक्त बदले, लाहोटी के बाद किसी की लंबी पारी नहीं, मेहरा को जिम्मेदारी
6 साल में 6 संभागीय आयुक्त बदले
जोधपुर। जोधपुर के संभागीय आयुक्त पद पर 6 साल में 6 नए अधिकारी आए हैं। इन 6 वर्षों में कई मौके ऐसे भी आए जब जोधपुर के जिला कलेक्टर अतिरिक्त प्रभार के रूप में संभागीय आयुक्त का काम देखने लगे। अब एक बार फिर एक साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद कैलाश चंद्र मीणा को जोधपुर के संभागीय आयुक्त पद से हटा दिया गया है. उनकी जगह भंवरलाल मेहरा को नियुक्त किया गया है।
राजस्थान सरकार ने देर रात आदेश जारी कर 39 आईएएस अधिकारियों के तबादले किये हैं। इसमें जोधपुर के संभागीय आयुक्त कैलाश चंद्र मीना को स्वायत्त शासन विभाग का सचिव एवं आरयूआईडीपी का परियोजना निदेशक लगाया गया है। संभागीय आयुक्त भंवरलाल मेहरा को जोधपुर लगाया गया है। वह सरदार पटेल यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार पद से ट्रांसफर होकर आ रहे हैं। इससे पहले गलती से भानु प्रकाश एटरू के नाम से आदेश जारी हो गये थे। केसी मीना ने 7 जुलाई 2022 को ही पद संभाला था।
6 साल में 6 संभागीय आयुक्त बदले, लाहोटी के बाद किसी की लंबी पारी नहीं, मेहरा को जिम्मेदारीलाहोटी के बाद कोई लंबे समय तक नहीं टिकता
रतन लाहोटी नवंबर 2017 में सेवानिवृत्त हुए, वे ढाई साल तक जोधपुर के संभागीय आयुक्त रहे।
इसके बाद तत्कालीन जिला कलक्टर रवि कुमार सुरपुर को संभागीय आयुक्त का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया।
मई 2018 में, ललित कुमार गुप्ता को संभागीय आयुक्त के रूप में नियुक्त किया गया था। मार्च 2019 में रिटायर हो गए। यानी उन्हें इस पद पर सिर्फ 10 महीने का ही कार्यकाल मिल सका।
इसके बाद मार्च 2019 में बाबूलाल कोठारी को यह जिम्मेदारी दी गई। मई 2020 में वह रिटायर भी हो गये।
इसके बाद जून 2020 में जब डॉ. समित शर्मा जोधपुर संभागीय आयुक्त बने तो लोगों को एक नई उम्मीदवारी और ऊर्जा मिली। लेकिन महज 5 महीने का कार्यकाल पूरा होते ही सरकार ने उन्हें यहां से हटा दिया।
इसके बाद राजेश शर्मा ने यहां करीब 16 महीने का कार्यकाल निकाला और अप्रैल 2022 तक इस पद पर रहे।
जोधपुर जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता को 3 माह के लिए अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है।
कैलाश चंद्र मीणा ने 2022 में यह पद संभाला था और अब ठीक 1 साल बाद उनका यहां से ट्रांसफर कर दिया गया है।
अब भंवरलाल मेहरा को ये जिम्मेदारी दी गई है।