करौली। करौली 11 सूत्रीय मांगों को लेकर चल रहे धरना-प्रदर्शन के बीच नर्सिंगकर्मी शुक्रवार को सामूहिक अवकाश पर रहे। नर्सिंग कर्मियों ने सामूहिक अवकाश रखकर जयपुर में आयोजित होने वाली महारैली के लिए कूच किया। इस दौरान हेल्थ डिपार्टमेंट की ओर से करौली जिला अस्पताल सहित जिलेभर में रेजीडेंट डॉक्टर, बीएससी नर्सिंग और नर्सिंग प्रशिक्षण केंद्र के छात्र और सीएचए को तैनात किया है। इसके साथ ही जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्र से भी नर्सिंग कर्मियों को जिला अस्पताल और उप जिला अस्पताल में लगाया है। मरीजों के इलाज की व्यवस्था के लिए सीएमएचओ डॉक्टर दिनेश मीणा और करौली अस्पताल पीएमओ डॉक्टर दिनेश गुप्ता लगातार समीक्षा कर नजर बनाए हुए हैं। करौली अस्पताल पीएमओ डॉक्टर दिनेश गुप्ता ने बताया कि करौली जिला अस्पताल से 67 में से 43 नर्सिंगकर्मी अवकाश पर हैं। इसी प्रकार मातृ शिशु इकाई में भी 57 में से 47 नर्सिंगकर्मी अवकाश पर हैं। अस्पताल में रेजीडेंट डॉक्टर, बीएससी नर्सिंग के छात्र और सीएचए, नर्सिंगकर्मी व्यवस्थाएं संभाल रहे हैं। नर्सिंगकर्मी जिला संघर्ष समिति के संयोजक जय सिंह मीणा ने बताया कि जिलेभर से 500 से अधिक नर्सिंगकर्मी सामूहिक अवकाश पर हैं।
बस और अन्य साधनों से जयपुर में आयोजित महारैली के लिए कूच किया है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा शांतिपूर्ण आंदोलन के बाद भी उनकी मांगों पर विचार नहीं किया है। जिसको लेकर कार्मिकों में आक्रोश है। विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही अब राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ने लग गई हैं। लोग बाहरी प्रत्याशी का विरोध करने लगे हैं। इसको लेकर आसपास के गांवों के ग्रामीणों ने टोडाभीम-नादौती विधानसभा सीट पर कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियों से स्थानीय प्रत्याशी बनाने की मांग की गई है। कस्बे के रोड़वेज बस स्टैंड पर स्थित विधायक कार्यालय में आयोजित कांग्रेस की बैठक में सभी पार्टी कार्यकर्ताओं व टिकिटार्थियों के द्वारा जिला प्रभारी सरलेश राणा व टोडाभीम प्रभारी रविन्द्र बेनीवाल के समक्ष एक राय होकर बाहरी व्यक्ति को टिकिट देने का विरोध किया गया। वहीं भाजपा, कांग्रेस सहित बसपा सहित तीनों ही पार्टियों से बाहरी प्रत्याशी नहीं उतारने पर विरोध के स्वर उठने लगे है। इस दौरान आस पास के आधा दर्जन गांवों से आए लोगों ने नारेबाजी कर प्रदर्शन भी किया।