अलवर। अलवर में 41 वर्षीय गर्भवती महिला की मौत के बाद परिजनों ने आरोप लगाए। महिला जिले के सदरपुर थाना इलाके के बहादुरपुर गांव की रहने वाली थी। वह 9 महीने की प्रेग्नेंट थी। शनिवार को सुबह 7.30 बजे लेबर पेन शुरू हुआ तो परिजनों ने 108 नंबर पर कॉल कर एंबुलेंस को बुला लिया। महिला के पति इशाक खान का कहना है कि बहादुरपुर पहुंचे एंबुलेंस चालक से कहा था कि अलवर के जनाना हॉस्पिटल लेकर चलना है। लेकिन वह मरीज को रामगढ़ हॉस्पिटल ले गया। वहां पत्नी हपीजन को एडमिट करा दिया।
हपीजन को एक नर्सिंगकर्मी ने इंजेक्शन लगा दिया। इससे उसकी हालत बिगड़ गई। हपीजन ने वहीं दम तोड़ दिया था लेकिन रामगढ़ हॉस्पिटल के स्टाफ ने तुरंत अलवर ले जाने के लिए कह दिया। अलवर जिला अस्पताल लाए तो डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने एंबुलेंसकर्मी व रामगढ़ अस्पताल के नर्सिंगकर्मी की लापरवाही से मौत होने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि मरीज की जांच करने की बजाय तुरंत इंजेक्शन दिया। हपीजन व इशाक के 5 बच्चे हैं। शव का पोस्टमॉर्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया है।