मौसम बदलाव से पिछले साल से 40 करोड़ यूनिट कम बिजली खपत

Update: 2023-05-04 14:45 GMT

जयपुर: मौसम बदलाव से उपभोक्ताओं को जहां अप्रैल में राहत मिली, वहीं मौसम विभाग के अनुमान से मई महीने में भी बिजली लोड पिछले साल की तुलना में कम रह सकता है। इसके पीछे सीधे तौर पर तापमान में कमी मुख्य कारण है। हालांकि पिछले पांच सालों के ट्रेंड के हिसाब से मई और जून में भीषण गर्मी के चलते लोड हर बार बढता है। पिछले साल के इन महीनों में तापमान को देखते हुए यह रिकॉर्ड बढ़त का रहता है। इस बार लोड कम रहने से बिजली कम्पनियों और उपभोक्ताओं को राहत नजर आ रही है। पिछले साल की तुलना में इस बार अप्रैल और मई में तापमान में गिरावट दर्ज होने से ऐसा हो रहा है।

ये रहा बिजली खर्च का हिसाब

अप्रैल 2022 में अप्रैल में प्रदेशभर में 77,607 लाख यूनिट बिजली खपत थी, जो इस साल 73, 574 लाख यूनिट रही। इस हिसाब से चार हजार 33 लाख यूनिट या 40 करोड यूनिट कम खपत हुई। हर साल अप्रैल महीने में औसतन सात से आठ प्रतिशत बिजली का लोड बढता था,लेकिन इस साल 5.2 प्रतिशत लोड कम हुआ है। डिस्कॉम्स की कुल बिजली खपत में 6,603 लाख यूनिट सोलर से, 4,664 लाख यूनिट विंड एनर्जी से मिली। शेष बिजली थर्मल, हाईड्रल, बायोमास और अन्य साधनों से मिली।

उपभोक्ताओं को मिली बिल में राहत

बादल छाए रहने, धूल भरी आंधी चलने और बारिश के दौर से अप्रैल में औसतन कूलर, पंखे और एसी कम उपयोग में लिए गए। लिहाजा उपभोक्ताओं का कम बिजली खर्च रहने से यूनिट खर्च घटा तो सीधे तौर पर बिल राशि भी घटी। मौसम प्रभावित क्षेत्रों के हिसाब से जोधपुर डिस्कॉम और अजमेर डिस्कॉम में उपभोक्ताओं को अधिक राहत मिली। जयपुर डिस्कॉम में भी कई जिलों में राहत मिलती नजर आई। तीनों डिस्कॉम के उपभोक्ताओं को पिछले साल की तुलना में इस अप्रैल बिजली बिलों में 300 रुपए से 1600 रुपए तक का लाभ मिला।

तापमान में गिरावट से बिजली खपत में गिरावट दर्ज की गई। पिछले साल की तुलना में इस बार अप्रैल में 40 करोड यूनिट कम खपत हुई। लिहाजा उपभोक्ताओं के बिजली बिलों में भी अंतर दिखाई दिया है।

- एम रिणवा, एमडी, राजस्थान ऊर्जा विकास निगम 

Tags:    

Similar News

-->