33वां जिला हीमोग्लोबिन बढ़ाने में 34वें पायदान पर, केवल 65 लोग ही लाभांवित
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प्रतापगढ़। प्रतापगढ़ एनीमिया मुक्त अभियान के तहत प्रतापगढ़ जिला पूरे प्रदेश में अपनी भूमिका सबसे कम दिखा पाया है। प्रदेश का 33वां जिला प्रतापगढ़ सबसे आखिर में 34वें स्थान पर आ गया है। दो भागों में बंटे जयपुर का राज्य के 33 जिलों में 34वां स्थान है। एनीमिया मुक्त भारत अभियान के तहत छह माह से 19 वर्ष तक के बच्चों, गर्भवती व धात्री महिलाओं को आईएफए की खुराक दी जाती है। गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के साथ-साथ छोटे बच्चों को आयरन, फोलिक एसिड सिरप और टैबलेट दी जाती है।
इसके साथ ही स्कूलों में बच्चों को आईएफए की दवाइयां भी दी जाती हैं। प्रतापगढ़ जिले में 2 लाख 83 हजार 98 लोग एनीमिया से पीड़ित हैं। जिसमें से जिले में 65 लोगों को ही लाभ मिल सका है। यानी जिले में लो ब्लड के 2 लाख 83 हजार 98 मरीजों में से सिर्फ 65 लोगों का ब्लड 11 प्वाइंट से ऊपर गया है. हालांकि जिले में अब तक कुल 95799 पीड़ितों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा आईएफए सिरप व दवाइयां दी जा चुकी हैं. इसके बाद भी प्रतापगढ़ जिले में कोई खास सुधार नहीं हुआ है। जिले में रिकवरी रेट 0.23 फीसदी ही रहा है. राज्य सरकार ने जुलाई 2022 से जनवरी 2023 तक इस अभियान के क्रियान्वयन को लेकर राज्य भर के जिलों की रैंकिंग जारी की है.