जालोर। राजस्थान की बड़ी खबर जालोर जिले से सामने आई है। जालोर-बाड़मेर सीमा क्षेत्र के नाराली झोटड़ा में पैंथर के मूवमेंट से ग्रामीणों में दहशत फैली हुई है। कल पैंथर के हमले से क्षेत्र में तीन लोग घायल हो गए है। पैंथर का सप्ताहभर से बाड़मेर के गांवों में मूवमेंट था। जहां से निकल कर अब पैंथर जालोर की सीमा में घुस आया है। पैथर के मूवमेंट की जानकारी सामने आने के बाद वन विभाग की टीम सतर्क हो गई है और पैथर को पकड़ने के लिए टीम का गठन किया गया है। नाराली झोटड़ा में पैंथर के हमले में गणेशा पुत्र धर्माराम पुरोहित, गेनाराम पुत्र मानाराम कलबी व जगदीश पुत्र बादराम जांगू घायल हो गए।
इन्हें सांचौर अस्पताल ले जाया गया है। जहां पर उनका इलाज जारी है। पैथर के मूवमेंट की सूचना पर वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू शुरू कर दिया है। जोधपुर से पैथर को रेस्क्यू करने के लिए टीम भी बुलाई गई है। वन विभाग की टीम पैथर के पग मार्क के आधार पर उसकी तलाश करने में जुटी हुई है। ग्रामीणों ने बताया है कि ने देर शाम तक टीम को पैंथर को पकड़ने में सफलता नहीं मिली है। टीम ने एक बार पैंथर को ट्रेंक्युलाइज करने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो सके। वन विभाग के अधिकारियों ने पैंथर के मूवमेंट वाले इलाके में भीड़भाड़ नहीं करने की अपील की है। पैंथर भीड़ देखकर असुरक्षित महसूस करता है। तभी अटैक करता है। फिलहाल वन विभाग की टीम पैंथर को ट्रैकुलाइज करने के प्रयास कर रहीं है।