220 विद्यार्थियों ने संभाली व्यवस्था,जेएलएन में देर रात 30 नर्सों के भरोसे रहे 765 मरीज
अजमेर। अजमेर जयपुर रैली में प्रदेशभर से नर्सेज ने हिस्सा लिया. राजस्थान नर्सेज संयुक्त संघर्ष समिति ने सरकार को 10 दिन का समय दिया है. नर्सिंग ऑफिसर 5 सितंबर से हड़ताल पर जाएंगे. वहीं, मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से एक प्रतिनिधिमंडल वार्ता के लिए जयपुर भेजा गया. प्रांतीय संयोजक प्यारेलाल चौधरी और नरेंद्र सिंह शेखावत सीएमआर पहुंचे। सरकार ने आश्वासन दिया है. मांगें पूरी न होने तक दो घंटे का कार्य बहिष्कार जारी रहेगा। नर्सों के सामूहिक अवकाश के कारण अजमेर के दूसरे सबसे बड़े अस्पताल सेटेलाइट में पर्चा काउंटर भी नहीं खुले. सुबह 8:30 बजे काउंटर के बाहर मरीज व उनके परिजन हेलमेट, चप्पल व बैग रखकर अपना नंबर लगा दिये. काफी देर तक जमीन पर इंतजार करते रहे.
उपचार कतार में; इंतजार करते-करते थक गए तो हेलमेट, चप्पल लाइन में लगा दिए जनाना: नर्सिंग अधीक्षक उषा मकवाना ने सभी वार्डों का दौरा किया. केवल दो नर्सें ही ड्यूटी पर आईं। फार्मासिस्ट और लैब टेक्नीशियन को जिम्मेदारी देकर मरीजों का इलाज शुरू कराया गया। निवासियों और डॉक्टरों ने गर्भवती महिलाओं और बच्चों का इलाज किया। सैटेलाइट: सुबह 8 बजे तक कोई छात्र नहीं पहुंचा। यहां पर्ची पंजीकरण की जिम्मेदारी गार्ड को दी गई थी। जनरल वार्ड में डॉ. राहुल कुलहरि, पोस्ट-ऑपरेटिव वार्ड में डॉ. नरेंद्र और डॉ. हरबंश सिंह दुआ मरीजों को इंजेक्शन और कैनुला लगा रहे थे। जेएलएन: अधीक्षक डॉ. नीरज गुप्ता सुबह 8 बजे से पहले ही आ गए थे। आपातकालीन इकाई में मेडिसिन, आईसीयू व अन्य वार्डों की जिम्मेदारी डॉ. बलराम बचानी समेत वरिष्ठ डॉक्टरों को दी गयी. निजी नर्सिंग कॉलेजों के विद्यार्थियों को वार्डों में रखा गया।