डेढ़ साल में रखे थे 2 करोड़ के कूड़ेदान, गायब हो गए 1 करोड़ 22 लाख रुपए

Update: 2023-07-31 09:19 GMT

जयपुर न्यूज़: शहर में सफाई व्यवस्था बनी रहे, कहीं गंदगी नहीं मिले और स्वच्छता रैंकिंग में अव्वल आ सके, इसी को ध्यान में रखते हुए ग्रेटर निगम की ओर से 4000 डस्टबिन रखवाए गए। कुछ दिन बाद ही इनमें से 2500 डस्टबिन गायब हो गए। इसमें भी 1500 डस्टबिन तो ऐसे हैं, जो कि हाल ही में रखवाए गए हैं। ये डस्टबिन कहां गए, किसी को कुछ नहीं पता। नतीजतन- कोई भी व्यक्ति कहीं भी कचरा फेंक रहा है। टीम ने सात दिनों में शहर की सड़कों पर डस्टबिन गिने तो उनकी संख्या करीब 1300 के आस-पास ही मिली। ऐसे में जरूरी हैं कि निगम उन लोगों को चिन्हित करें, जिन्होंने यह डस्टबिन रखे। साथ ही उनकी निगरानी करें।

केस 1ः मानसरोवर के मध्यम मार्ग स्थित मुखर्जी पार्क के पास खड़े होने वाले ठेलों को ध्यान में रखते हुए यहां पर डस्टबिन रखे थे। दो दिन बाद ही यहां पर कार खड़ी करने वाले लोगों ने डस्टबिन को उखाड़ दिए।

केस 2ः रजत पथ मध्यम मार्ग व शिप्रा पथ को जाेड़ने वाली रोड पर भी नगर निगम के शौचालय के पास डस्टबिन रखे गए। यहां पर भी लोगों ने डस्टबिन उखाड़ कर पार्क में फेंंक दिए।

केस 3ः ज्योति नगर थाने के पास चल रहे विधायक आवास के प्रोजेक्ट के आस-पास डस्टबिन लगाए थे, यहां पर भी प्रोजेक्ट में बाधा बने डस्टबिन को तोड़कर हटा दिया गया।

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