भरतपुर न्यूज: राजस्थान में आगामी वित्तीय वर्ष 2022-23 में भरतपुर जिले में सरकारी कर्मचारी ठेके पर शराब बेचेंगे. अब तक जिले के तीनों सर्किलों में कुल 13 दुकानें नहीं लगी हैं। इनमें एक भरतपुर शहर, 11 बयाना व एक डीग ग्रामीण सर्किल की दुकान है। हालांकि कुछ दुकानों की नीलामी के लिए एक बार फिर पांचवीं बार नीलामी की प्रक्रिया रखी गई है.
यदि नीलामी के बाद भी दुकानें नहीं खुलती हैं तो इन दुकानों का संचालन राजस्थान पर्यटन विकास निगम, गंगानगर चीनी मिल एवं राजस्थान स्टेट बेवरेजेज कार्पोरेशन लिमिटेड द्वारा किया जायेगा। शराब सरकार के लिए राजस्व वसूली का एक बड़ा माध्यम है इसलिए जिन दुकानों की नीलामी नहीं होगी उन्हें सरकार के इन विभागों के कर्मचारियों द्वारा चलाया जाएगा।
आबकारी विभाग हर साल शराब की दुकानों के लिए नए लाइसेंस जारी करता है। यदि कोई दुकानदार आने वाले वर्ष के लिए लाइसेंस का नवीनीकरण करवाता है तो उसका नवीनीकरण होता है और यदि नहीं होता है तो दुकान की नीलामी कर दी जाती है।
शराब कारोबारियों से प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2021-22 में आबकारी नीति में परिवर्तन के कारण दुकानों का मूल्य निर्धारित किया गया है, बिक्री का लक्ष्य बढ़ाया गया है और दुकानों की संख्या में वृद्धि के कारण बिक्री का लक्ष्य पूरा नहीं हुआ है। जिस कारण निर्धारित सामान नहीं उठाने वाले दुकानदार को अतिरिक्त जुर्माना देना पड़ता है। शराब के नवीनीकरण के दाम में 15 फीसदी की बढ़ोतरी होने से व्यापारी भी दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। वहीं कुछ शराब कारोबारियों का कहना है कि जिन इलाकों में दुकानें नहीं लगी हैं, वहां अवैध शराब की बिक्री भी एक बड़ा कारण है.