अजमेर। अजमेर में दो लोगों से तीन लाख की ठगी का मामला सामने आया है। एक ने कमाई का लालच देकर एक लाख 18 हजार और दूसरे ने एनीडेस्क एप डाउनलोड कराकर एक लाख 64 हजार की ठगी की। साइबर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
नाका मदार निवासी वंदित खंडेलवाल (34) ने तहरीर दी और बताया कि वह प्राइवेट नौकरी करता है। वर्क फ्रॉम होम के लिए वॉट्सऐप पर मैसेज आया। इसमें बताया गया कि टेलीग्राम पर एक ग्रुप ज्वाइन कर पैसे कमाने की बात कही गई। जिसके बाद झांसा देकर फोन पे व पेटीएम के जरिए 1 लाख 18 हजार रुपए ले लिए।
इसी तरह पीसांगन के अशोक कुमार ने अपनी शिकायत में बताया कि उड़ीसा मैरिज ब्यूरो में 2550 रुपये जमा कराये गये. रकम निकालने के लिए गूगल के नंबर पर संपर्क किया। अज्ञात बदमाशों ने झांसा देकर एनी डेस्क डाउनलोड करवाकर फोन हैक कर एक लाख चौंसठ हजार रुपये ठग लिए। यह घटना सात मई से लगातार हो रही है। साइबर थाना पुलिस ने दोनों मामले दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
साइबर थाने में पिछले चार माह में 11 मामले दर्ज हुए हैं। इनमें से किसी भी मामले का अब तक खुलासा नहीं हुआ है। साइबर थाने में केवल वही मामले दर्ज होते हैं जिनमें पीड़ित को बैंक खाते से पैसे निकाले जाने की जानकारी नहीं होती है। ठग किसी भी ऐप, लिंक के जरिए मोबाइल फोन, लैपटॉप को हैक कर एक लाख से ज्यादा की रकम निकाल सकते हैं। इससे कम राशि पर संबंधित क्षेत्र के थाने में ही मामला दर्ज किया जाता है।