बाड़मेर: बाड़मेर इस बार मानसून बाड़मेर पर मेहरबान है। बिपरजॉय की एंट्री भी राजस्थान में बाड़मेर के रास्ते हुई. इसके बाद अब तक एक माह में 3-4 बार बारिश हो चुकी है। इस बार की बारिश ने 25 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. जिले में अब तक 335 मिमी बारिश हो चुकी है। बुधवार से एक बार फिर मानसून ने दस्तक दे दी है। इसके बाद दूसरे गुरुवार को भी जिले के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश जारी रही. पिछले 24 घंटों में बाड़मेर, रामसर, शिव, गडरारोड, चौहटन, गुड़ामालानी, धोरीमन्ना, बालोतरा, कल्याणपुर, धनाऊ समेत कई इलाकों में मूसलाधार बारिश हुई है. इससे खरीफ की फसलों को जीवनदान मिला है।
गुरुवार को शाम करीब 5 बजे बाड़मेर जिले के सनावदा, नोखड़ा, बाछड़ाऊ, रामदेरिया, हाथीतला, लीलसर, मांगता इलाकों में तेज और मूसलाधार बारिश हुई. इससे खेतों में पानी भर गया। करीब एक घंटे तक हुई इस बारिश से खेतों से पानी बहने लगा। धोरों में पानी आने से कई जगह फसलों को भी नुकसान हुआ है. इसके अलावा पिछले 24 घंटों में बाड़मेर में 24, रामसर में 15, शिव और गडरारोड में 32-32, चौहटन में 19, धनाऊ में 24, कल्याणपुर में 17, बालोतरा में 11, धोरीमन्ना में 11, सेड़वा में 6 और गुड़ामालानी में 8 मिमी बारिश दर्ज की गई है.
बाड़मेर एसडीएम समुंदर सिंह ने गुरुवार को एक नोटिस जारी किया है. जिसमें बताया गया है कि नगर परिषद बाड़मेर की निचली बस्तियों बलदेव नगर, रामनगर, राजीव नगर, मोतीनगर, विष्णु कॉलोनी, जाट कॉलोनी, बाबा रामदेव नगर में भूखंड धारकों के भूखंड सड़क लेवल से नीचे हैं। इससे बारिश का पानी भरा रहता है और आसपास के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही मच्छरों के पनपने से बीमारियां बढ़ने का भी खतरा रहता है. उक्त भूमि नगर परिषद, बाडमेर के स्वामित्व में दर्ज है। जिन भूखण्ड धारकों को अपने भूखण्डों में पानी जमा होने से रोकने के उपाय करने चाहिए। अन्यथा भूखंडों की नीलामी की कार्यवाही नगर परिषद् बाड़मेर को निर्देशित की जायेगी।