क्यों चंडीगढ़ प्रशासन कर रहा बुजुर्गों, विधवा महिलाएं और दिव्यांगों के साथ दुर्व्यवहार: दीपा दुबे
चंडीगढ़। चंडीगढ़ महिला कांग्रेस की प्रधान दीपा दुबे ने प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित को बुजुर्गों , विधवा महिलाओं और दिव्यांगों की पेंशन को लेकर पत्र लिखा है।
चंडीगढ़ शहर के 25000 के करीब लोग जो की बुजुर्ग विधवा और दिव्यांग है उनकी पेंशन को लेकर सवाल खड़े किए। पत्र में कहा कि शहर के वृद्ध अवस्था विधवा और दिव्यांग को प्रशासन द्वारा एक हजार रुपए पेंशन दी जाती है। प्रशासक ही इसका जवाब दे की क्या ₹1000 में किसी का घर का खर्च इस समय में चल सकता है क्या?
महिला प्रधान ने पत्र के माध्यम से बीजेपी शासित प्रशासन के अधिकारी और सांसद किरण खेर और बीजेपी के नेताओं को आड़े हाथ लेते हुए कहां है कि शहर की कमान इस इस समय बीजेपी के नेताओं के हाथ में है सिर्फ और सिर्फ चंडीगढ़ के नागरिकों का हाल चुनावों के समय में ही पूछा जाता है उनको लुभावने वादे चुनावों के समय ही दिए जाते हैं लेकिन धरातल पर बुजुर्गों विधवा महिलाओं और दिव्यांगों के लिए कुछ भी नहीं भारतीय जनता पार्टी की सांसद किरण खेर और ना ही शहर में बीजेपी शासित प्रशासन कुछ कर रही है।
दीपा ने कहा कि भाजपा और भाजपा शासित प्रशासन व केंद्र की सरकार का बुजुर्गों, महिलाओं और दिव्यांगों के प्रति उदासीन रवैया है। शहर में महंगाई चरम सीमा पर है बाद फिर बिजली-पानी के बिलों की हो या नगर निगम द्वारा लगाए गए टैक्स कि प्रशासन बनवारीलाल पुरोहित ही इस बात को समझाएं कि 1000 में शहर का बुजुर्ग विधवा महिलाएं और दिव्यांग कैसे अपना रोजमर्रा की जिंदगी में कैसे गुजारा करें। प्रशासन के अधिकारी सिर्फ एसी कमरों में बैठकर यह जरूर तय कर देते हैं कि 1000 पेंशन है लेकिन क्या कभी प्रशासन का कोई भी अधिकारी उन बुजुर्गों, विधवा महिलाओं, या विकलांगों के घर जाकर कभी देखा है कि वह कैसे अपनी जिंदगी को इस कठिन समय में चला रहे हैं।