Canada भेजने के नाम पर करते थे लोगों से ठगी, जालंधर के बंटी-बबली के खिलाफ दो और केस दर्ज
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जालंधर। बी.एम.सी. चौक नजदीक संजय गांधी मार्कीट स्थित इंटरनैशनल वीजा एजुकेशन के मालिक एवं पार्टनर बंटी-बबली (पति-पत्नी) खिलाफ थाना नई बारादरी की पुलिस ने दो और केस दर्ज किए हैं। विनीत बेरी और उसकी पत्नी ने नर्स समेत 2 अन्य लोगों को भी कनाडा में वर्क परमिट दिलाने का झांसा देकर कुल 28 लाख 14 हजार रुपए डकार लिए और फिर दफ्तर बंद करके फरार हो गए। एक मामले में आरोपियों ने जाली वीजा भी बना दिया था। 24 सितंबर को भी विनीत और उसकी पत्नी मोना शर्मा खिलाफ केस दर्ज किए गए थे जिनमें उन्होंने ने दोनों लोगों को कनाडा में नौकरी दिलाने का झांसा उनसे 24 लाख 69 हजार 670 रुपए ठग लिए थे। हाल ही में हुई एफ.आई.आर. में आशा भट्टी पुत्री दार मसीह निवासी बुलेवाल होशियारपुर ने बताया कि 2019 में वह इंटरनैशनल वीजा एजुकेशन के मालिक विनीत बेरी और उसकी पत्नी मोना शर्मा से उनके ऑफिस में मिली थी। दोनों ने उसे भरोसा दिया कि नर्सिंग के आधार पर वह उसे कनाडा का वर्क परमिट दिला देंगे लेकिन उसके लिए 11 लाख रुपए का खर्चा आएगा। आशा ने दस्तावेजों समेत 11 लाख रुपए उनके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिए। सितंबर 2020 को उक्त लोगों ने फोन करके उसे ऑफिस में बुलाया और कहा कि उसका वीजा आ गया है। जब आशा ने घर जाकर चैक किया तो वीजा जाली निकला। जब उसने विनीत और मोना से बात की तो पहले दोनों टालमटोल करने लगे लेकिन पुलिस के पास शिकायत देने की बात सुन कर उन्होंने 11 लाख में से 2 लाख 94 हजार रुपए लौटा दिए।
बाकी की रकम के लिए समय मांगा। आशा ने कहा कि जब उन्होंने फोन उठाने बंद कर दिए और वह उनके ऑफिस गई तो दोनो एजैंट लोगों के पैसे लेकर ऑफिस बंद कर फरार हो गए थे। दूसरे मामले में हितेश भगत पुत्र राज कुमार निवासी गांधी नगर ने बताया कि 1 फरवरी 2021 को वह सोशल मीडिया के जरिए विनीत बेरी और उसकी पत्नी मोना से मिला था। नंदनपुर निवासी दोनों पति-पत्नी ने दावा किया था कि वह उसे कनाडा में वर्क परमिट पर भेज देंगे जिसके लिए 20 लाख के आसपास खर्चा आएगा। हितेश उनकी बातों में आ गया और एडवांस में 8 लाख रुपए व दस्तावेज देकर वापस आ गया। हितेश ने कहा कि कुछ दिनों के बाद विनीत का कॉल आया कि जल्दी ही उसका काम बन जाएगा और वह ऑफिस में 7.80 लाख रुपए पहुंचा दे। एजैंट के कहने पर वह उन्हें पैसे दे आया और फिर कुछ ही दिनों में 5.80 लाख और दे दिए, 2 लाख कैश, फिर 4 लाख और मैडीकल के लिए 25 हजार रुपए ले लिए। विनीत ने 24 दिसंबर 2021 को लुधियाना से उसका मैडीकल करवाया। एजैंट ने दावा किया कि कुछ ही दिनों बाद उसका वीजा आ जाएगा। जब हितेश ने वीजा न आने पर विनीत से फोन पर बात की तो उसने टालमटोल शुरू कर दिया। 12 मार्च 2022 को जब वह वीजा के बारे पूछने के लिए इंटरनैशनल वीजा एजुकेशन के दफ्तर पहुंचा तो वहां पर ताला लगा था और दोनो आरोपी पैसे लेकर फरार हो चुके थे। दोनों मामलों में पुलिस ने केस दर्ज करके आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। थाना प्रभारी अनिल कुमार का कहना है कि जल्द ही दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
जाली वीजा देकर बनाते थे क्लाइंट की वीडियो, फिर डालते थे सोशल मीडिया पर
मकसूदां के नंदनपुर निवासी एजैंट विनीत बेरी और उसकी पत्नी इतनी शातिर थी कि वह अपने क्लाइंट्स को जाली वीजा देकर वीडियो बनाते थे। उनसे कहलाया जाता था कि इंटरनैशनल वीजा एजुकेशन वालों ने कुछ ही समय में कनाडा का वीजा लगवा दिया। जैसे ही वह वीडियो अपने पेज या फिर सोशल मीडिया में डालते थे तो और भी लोग यह सब कुछ देख विश्वास करके खुद ही उनके दफ्तर पहुंच जाते थे और यह शातिर एजैंट उन्हें भी ठग लेते थे।