Amritsar. अमृतसर: राज्य विशेष अभियान प्रकोष्ठ State Special Operations Cell (एसएसओसी) ने आज यहां दावा किया कि उसने विदेशी आतंकवादी लखबीर सिंह लांडा द्वारा संचालित अंतरराज्यीय हथियार तस्करी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है। इसके लिए उसने उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया है और उनके कब्जे से छह अत्याधुनिक .32 बोर पिस्तौल बरामद की हैं।
डीजीपी गौरव यादव ने सोमवार को एक बयान में कहा कि खुफिया सूचना के आधार पर अभियान चलाते हुए एसएसओसी ने दो लोगों को पकड़ा है, जिनकी पहचान तरनतारन जिले के हरिके पुलिस थाने के अंतर्गत आने वाले ठठियां गांव निवासी सुमितपाल सिंह और तरनतारन के चंबा कलां गांव निवासी अर्पणदीप सिंह के रूप में हुई है।
दोनों संदिग्ध छेहरटा की ओर जाने वाली मुख्य जीटी रोड पर स्थित एक प्रतिष्ठित कॉलेज के छात्र थे। दोनों संदिग्धों के खिलाफ यहां एसएसओसी में शस्त्र अधिनियम की धारा 25 और बीएनएस, 2023 की धारा 61 (2) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
उन्होंने कहा कि पुलिस को सूचना मिली थी कि लॉरेंस बिश्नोई Lawrence Bishnoi के साथियों ने मध्य प्रदेश से हथियारों की खेप बरामद की है, जिसके बाद एसएसओसी ने अमृतसर रेलवे स्टेशन के पास से दोनों को गिरफ्तार करके अभियान शुरू किया। डीजीपी ने कहा, "प्रारंभिक जांच के अनुसार संदिग्ध सीधे मध्य प्रदेश के एक अवैध हथियार डीलर के संपर्क में थे। वे करीब दो सप्ताह पहले हथियारों की खेप लेकर आए थे। वे बस से मध्य प्रदेश गए थे और ट्रेन से वापस लौटे थे।" उन्होंने कहा कि पिछले दो महीनों के दौरान संदिग्धों द्वारा मध्य प्रदेश के एक ही हथियार डीलर से खरीदी गई यह दूसरी खेप थी।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने उनकी पहचान कर ली है। डीजीपी ने कहा, "शेष संदिग्धों को गिरफ्तार करने और मध्य प्रदेश से अवैध हथियारों की तस्करी को खत्म करने के लिए आगे-पीछे के लिंक स्थापित करने के लिए जांच चल रही है।" उन्होंने कहा, "संदिग्धों ने खुलासा किया है कि उन्होंने हथियार की खेप को आपराधिक तत्वों को बेचने के लिए खरीदा था। उन्होंने एक महीने पहले ही हरिके इलाके में दो अज्ञात व्यक्तियों को दो .32 बोर की पिस्तौलें बेची हैं।" डीजीपी ने कहा कि एमपी के अवैध हथियार डीलर की पहचान करने और उसे पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। डीजीपी ने कहा कि संदिग्धों को अदालत में पेश किया गया और आगे की जांच के लिए तीन दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है।