पंजाब में 31 मार्च तक लागू हो रहीं लड़कियों के लिए ये स्‍कॉलरशिप और स्‍कीम

पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के साथ ही विभिन्‍न मंत्रालयों में मंत्री पद संभाल लिए गए हैं.

Update: 2022-03-23 10:40 GMT

चंडीगढ़. पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के साथ ही विभिन्‍न मंत्रालयों में मंत्री पद संभाल लिए गए हैं. हाल ही में पंजाब कैबिनेट में शामिल एकमात्र महिला डॉ. बलजीत कौर ने सामाजिक न्याय और अधिकारिता और सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री पद की शपथ ली है. इसके तुरंत बाद ही उन्‍होंने बेटियों के लिए स्‍कॉलरशिप और स्‍कीमों को तत्‍काल प्रभाव से लागू करने की घोषणा कर दी है. कौर का कहना है कि इन दोनों ही चीजों का लाभ लोगों को 31 मार्च तक मिलना शुरू हो जाएगा.

सिविल सचिवालय में अपना पद संभालते हुये मंत्री कौर ने महिलाओं की सुरक्षा से सम्बन्धित कानूनों को बेहतर ढंग से लागू करने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया. इसके साथ ही उन्‍होंने कहा कि पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप और शगुन स्कीम 31 मार्च तक लागू हो जायेगी क्योंकि लाभार्थियों को इसकी सख़्त ज़रूरत है. अपनी प्राथमिकताओं पर ज़ोर देते हुये उन्होंने कहा कि शिक्षा लड़कियों के सशक्तिकरण की कुंजी है और वह इस मंतव्य के लिए वह वचनबद्ध रहेंगी. महिलाओं को वित्तीय सहायता देने सम्बन्धी चुनावी वादे के बारे बात करते हुये कैबिनेट मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अपने हर चुनावी वायदे को पूरी तरह लागू करेगी.बता दें कि पंजाब सरकार की शगुन स्‍कीम के तहत शादी योग्‍य बेटियों केविवाह के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है. कम आय वाले परिवारों में बेटियों की शादी के लिए राज्‍य सरकार की ओर से शगुन स्‍कीम के तहत 15 से 21 हजार रुपये तक की आर्थिक सहायता दी जाती है. वहीं पोस्‍ट मैट्रिक स्‍कॉलरशिप के लिए किसी भी माइनॉरिटी समुदाय से लड़के और लड़कियां एप्‍लाई कर सकते हैं. जो लड़के और लड़कियां 10वीं पास कर चुके हैं लेकिन आगे पढ़ने के लिए आर्थिक रूप से सहायता की जरूरत है और उनके परिवार की सालाना आय 2 लाख से कम है वे इस स्‍कॉलरशिप का लाभ आगे पढ़ाई पूरी करने के लिए उठा सकते हैं.
महिलाओं की सुरक्षा सम्बन्धी कानूनों को लागू करने में कमियों की बात करते हुये डॉ. कौर ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा सम्बन्धी कानून तो हैं लेकिन इनको लागू करने की समस्या है. हालांकि वे इन कानूनों के बीच की हर कमी को दूर करने की पूरी कोशिश करेंगी. फिलहाल वह लड़कियों की शिक्षा के लिए ढांचे को और मज़बूत करने के लिए योजना बनाने की पूरी कोशिश की जा रही है. हिंसा का सामना कर रही महिलाओं को पनाह और अन्य सहूलतें प्रदान करने के लिए हर जिले में वन स्टाप सखी केन्द्रों को मज़बूत भी किया जाएगा.


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