समारोह की शुरूआत में ही उन्होंने होटल मैनेजर को 70 लोगों की गिनती करवा दी। रात 11 बजे खाना खाने के बाद वे जब 70 लोगों के हिसाब से पैसे देने लगे तो होटल मैनेजर और अन्य उनके साथ झगड़ा करने लग पड़े। तभी उसके पिता रजनीश गर्ग ने बीच में पड़कर उन्हें समझाने की बात की तभी मनमीत बिंद्रा रॉड ले आया और उसके पिता पर जानलेवा हमला बोल उन्हें गंभीर रूप से जख्मी कर जमीन पर गिरा दिया। वे तब तक उसके पिता पर रॉड से वार करते रहे जब तक वह बेसुध नहीं हो गए। जैसे ही करण गोयल उनको छुड़वाने के लिए आगे आया तो ए.टी.पी. एस.एस. बिंद्रा उसके दोनों बेटे गुरकीरत बिंद्रा व मनमीत बिंद्रा ने एक तरफ पड़ी शराब और बीयर की खाली बोतलें उस पर मारनी शुरू कर दीं। बिंद्रा पिता-पुत्र इस कदर उत्तेजित हो गए कि उन्हें जो कोई भी समझाने और बचाने के लिए आगे जाता, उसी पर जानलेवा हमला बोल देते। इतने में होटल के दोनों मैनेजर पवन और अजय जिनके एक के हाथ में रॉड और एक के हाथ में डंडा पकड़ा हुआ था, भी वहां पर आ धमके और उन्होंने बिंद्रा पिता पुत्रों का साथ देते हुए संजीव मोंगिया को घेरकर उस पर जानलेवा हमला बोल दिया। उन्हें लगने लग पड़ा कि अब जान बचानी है तो किसी तरह भागकर होटल से बाहर निकलना होगा।
दरवाजे बंद कर नहीं निकलने दिया बाहर
जैसे ही वह किसी तरह खड़े होकर अपने साथियों के साथ होटल से बाहर निकलने लगे तभी गुरकीरत बिंद्रा ने रिवाल्वर निकाल उन सभी की तरफ तानते हुए कहा कि किसी ने भी होटल से बाहर निकलने की कोशिश की तो उसे अंजाम और भी बुरे भुगतने पड़ेंगे। तभी बिंद्रा के कहने पर उसके स्टाफ ने होटल के सभी दरवाजे बंद कर दिए। इनके दोनों मैनेजर वेटरों के साथ दरवाजों के पास खड़े हो गए जो कोई भी उनकी मिन्नत कर बाहर निकलने की गुहार लगाता, उसे डंडों से पीटते। यह सिलसिला देर रात तक ऐसे ही चलता रहा। आखिर में सभी को लगा इस तरह मार खाने से अच्छा है कि सभी एक साथ इक्कठे होकर इनका मुकाबला करते हुए बाहर निकलें। किसी तरह वह सभी एक-दूसरे की मदद कर घायलों को उठाकर होटल के बाहर सड़क पर ले आए और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में दाखिल करवाया जहां पर किसी के सिर से खून निकल रहा था किसी की पीठ और किसी की बाजू टूटी हुई थी।
उन्होंने घटना की सूचना सराभा नगर पुलिस थाने में की। पुलिस ने हस्पताल पहुंच घायल अनिरुद्ध गर्ग पुत्र रजनीश गर्ग, अरुण जैन पुत्र अविस जैन वासी गुरदेव नगर, बृज मोहन पुत्र राम सरूप वासी ग्रीन पार्क, रजनीश गर्ग पुत्र कृष्ण चंद्र गर्ग वासी राजगुरु नगर, करण गोयल पुत्र कनसव गुप्ता वासी मालेरकोटला हाऊस, प्रवेश पुत्र चरण दास वासी न्यू अमन नगर, संजीव मोंगिया पुत्र आर.एन. मोंगिया वासी किचलू नगर लुधियाना की नाजुक हालत देखते हुए अनिरुद्ध गर्ग की शिकायत पर ए.टी.पी. एस.एस. बिंद्रा, उसके पुत्र मनमीत बिंद्रा, गुरकीरत बिंद्रा, होटल के दोनों मैनेजरों पवन व अजय के विरुद्ध इरादा-ए-कत्ल का मुकद्दमा दर्ज कर दिया । अनिरुद्ध गुप्ता ने बताया कि ए.टी.पी. एस.एस. बिंद्रा लंबे समें से लुधियाना में तैनात रहे है जिसने बहुत से लोगों से रिश्वत लेकर अवैध निर्माण करवाए है। उसने यह भी बताया कि ए.टी.पी. बिंद्रा का यह होटल भी उसने अपने रुतबे का इस्तेमाल कर श्मशानघाट की जगह पर कब्जा कर बनाया हुआ है। वह इसकी मुख्यमंत्री के पास लिखित शिकायत कर उच्चस्तरीय जांच करवाएंगे।