मेडिकल शिक्षा सचिव का पद खाली, सरकार की ढीली कार्रवाई के चलते पड़ रहा यह असर
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चंडीगढ़। हालांकि पंजाब सरकार अगले 5 वर्षों में राज्य में 16 नए मेडिकल कॉलेज खोलने की बात कर रही है, लेकिन सच्चाई यह है कि स्वास्थ्य विभाग पिछले एक महीने से बिना मेडिकल शिक्षा सचिव के काम कर रहा है। प्रिंसिपल सचिव हुसन लाल के सेवानिवृत्त होने के बाद अब तक कोई नया प्रिंसिपल सचिव नियुक्त नहीं किया गया है। राज्य सरकार न केवल इस रिक्ति को भरने में विफल रही है, बल्कि किसी भी अधिकारी को विभाग का अतिरिक्त प्रभार भी नहीं दिया गया है।
विभाग के अधिकारियों के मुताबिक इससे पहले कभी नहीं हुआ कि विभाग एक सप्ताह बिना सचिव के रहा हो। सरकार की इस ढीली कार्रवाई के कारण मेडिकल शिक्षा से जुड़े कई प्रोजेक्ट लटके हुए हैं। हाल ही में चल रही परियोजनाओं की प्रगति की जांच के लिए कोई बैठक नहीं बुलाई गई है। दूसरी तरफ इस बारे में स्वास्थ्य मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा का कहना है कि नए सचिव के चयन की प्रक्रिया चल रही है और इसे 2 दिन में पूरा कर लिया जाएगा।