चंडीगढ़। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने संत कबीरदास जी की जयंती पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन किया और प्रदेशवासियों को संत कबीरदास जयंती की शुभकामनाएं दी।
मनोहर लाल ने कहाकि संत कबीरदास जी की शिक्षाएं और विचार समाज में सर्वधर्म समभाव व सामाजिक समरसता को बढ़ावा देती हैं। मुख्यमंत्री ने संत कबीरदास के दोहे जाति न पूछो साधु की, पूछ लीजिए ज्ञान, मोल करो तलवार का, पड़ा रहन दो म्यान का उल्लेख करते हुए कहा कि संत कबीर जी की शिक्षाएं आज भी समाज के लिए प्रासंगिक हैं। उन्होंने कहाकि संत कबीरदास के विचारों से प्रेरित होकर राज्य सरकार 'हरियाणा एक-हरियाणवी एक' के भाव से जाति-पाति से ऊपर उठकर प्रदेश में हर वर्ग के कल्याण के लिए कार्य कर रही है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपना समस्त जीवन समाज कल्याण को समर्पित किया है। युवा अवस्था से ही अपने परिवार की बजाए समाज की भलाई के लिए कार्य करना शुरू किया और प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद भी निरंतर जन सेवा के अपने लक्ष्य को निभा रहे हैं। इतना ही नहीं अपनी सादगी का परिचय देते हुए संत-महापुरुषों का सम्मान करते हुए मनोहर लाल ने एक नई पहल शुरू कर मुख्यमंत्री आवास का नाम बदलकर 'संत कबीर कुटीर' रख दिया है।