कर्मचारी कल्याण केन्द्रित सरकार बनाने के मुख्यमंत्री भगवंत मान के उद्देश्य से पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने मंगलवार को डायरैक्टर स्वास्थ्य कार्यालय चंडीगढ़ में विभिन्न कर्मचारी यूनियनों की विशेष बैठक बुलाई। बैठक में निदेशक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. रणजीत सिंह घोत्रा, निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं (एफडब्ल्यू) डॉ. रविंदरपाल कौर और निदेशक ईएसआई डॉ. सीमा भी उपस्थित थे।
डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की कर्मचारी यूनियनों के साथ यह बैठक करने का उद्देश्य उनकी शिकायतों को बेहतर तरीके से समझना है, ताकि बिना किसी देरी के उनके मुद्दों को हल करने का प्रयास किया जा सके। उन्होंने कहा ‘‘मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार कर्मचारियों की वास्तविक माँगों को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है ताकि वे अपने काम पर अधिक ध्यान केंद्रित कर सकें, जिससे बदले में बेहतर कार्य संस्कृति और सार्वजनिक सेवाओं का बेहतर वितरण होगा।’’
उन्होंने बताया कि प्रत्येक कर्मचारी संघ को बैठक के दौरान उठाई गई अपनी मांगों से अवगत कराने के लिए पर्याप्त समय दिया गया था और समयबद्ध तरीके से सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा ‘‘हालांकि पिछली सरकारें कर्मचारियों की वास्तविक माँगों को पूरा करने में विफल रही हैं, जिसके कारण उनमें व्यापक अशांति है।’’ उन्होंने कहा, ’’ हमारे स्वास्थ्य कर्मचारी सराहनीय काम कर रहे हैं और वह हमारे स्वास्थ्य कर्मचारियों की भावनाओं और माँगों का सम्मान करते हैं।’’
स्वास्थ्य मंत्री ने कर्मचारियों से अधिक कुशलतापूर्वक और लगन से काम करने की अपील की, ताकि आम जनता को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लेने में किसी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े। उन्होंने यूनियन के नेताओं को आश्वासन दिया कि उनकी शिकायतों को बिना किसी देरी के हल किया जाएगा और उन्हें अपनी माँगों को पूरा करने के लिए आंदोलन करने की आवश्यकता नहीं होगी।
इस बैठक में ग्रामीण फार्मेसी ऑफिसर्स एसोसिएशन, ओओएटी और नशामुक्ति केंद्र कर्मचारी संघ, एनएचएम कर्मचारी संघ पंजाब, एड्स नियंत्रण कर्मचारी संघ, चालक संघ, सीएचओ संघ, बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी संघ, कोविड वॉलंटियर्स यूनियन, राजिंद्रा मेडिकल कॉलेज के आउटसोर्स कर्मचारियों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
इस बीच यूनियन नेताओं ने इस बैठक पर संतोष जताते हुए स्वास्थ्य मंत्री की इस बड़ी पहल संबंधी बताया कि उन्होंने खुद कर्मचारी यूनियनों को बुलाया और उनकी शिकायतों को ध्यान से सुना।