पटियाला में हिंसा के बाद अब भी तनाव जारी, घायल शख्स ने किया बड़ा दावा

Update: 2022-04-30 09:07 GMT

पटियाला: पटियाला में शुक्रवार को हुई हिंसा मामले में FIR दर्ज कर ली गई है. हिंसा में घायल बलविंदर सिंह नाम के युवक के बयान के आधार पर मामला दर्ज किया गया है. घायल बलविंदर सिंह ने बयान दिया है कि कालीमाता मंदिर के अंदर से शिवसेना हिंदुस्तान के कार्यकर्ता ने पत्थर और गोली चलाई. उन्होंने बताया कि मंदिर के अंदर से चलाई गई गोली मेरे जांघ में लगी जिससे मैं वही गिर गया. इसके बाद मुझे हॉस्पिटल ले जाया गया. उन्होंने दावा किया कि गोली चलाने वाले शख्स को मैं सामने से पहचान सकता हूं.

पटियाला हिंसा मामले को लेकर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि पटियाला की हालात चिंताजनक है. उन्होंने कहा कि मैंने तो कहा था कि बॉर्डर स्टेट पर आम आदमी पार्टी की सरकार देश हित में कतई नहीं है. भगवंत मान सरकार में लोग हथियारों के साथ सड़कों पर उतरे जो चिंता वाली बात है. विज ने कहा कि हम अपने देश में इस तरह इस प्रकार की गतिविधियां बिल्कुल नहीं होने देंगे.
तनाव के बीच मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक्शन लेते हुए पटियाला आईजी राकेश अग्रवाल को हटा दिया. उनके अलावा पटियाला के सीनियर एसपी और सिटी एसपी को भी हटा दिया गया है. वहीं, मामले की गंभीरता को देखते हुए पटियाला में 9:30 से शाम 6:00 बजे तक इंटरनेट बंद कर दिया गया है. अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए पंजाब सरकार के गृह विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं.
मुख्यमंत्री कार्यालय के प्रवक्ता ने बताया कि मुखविंदर सिंह चिन्ना को पटियाला का नया आईजी नियुक्त किया गया है. वहीं, दीपक पारिक को पटियाला का सीनियर एसपी जबकि वजीर सिंह को पटियाला का नया एसपी नियुक्त किया गया है.
हिंदू संगठनों ने घटना को लेकर आज पटियाला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. हिंदू संगठनों की ओर से कहा गया कि जब तक घटना में सीधे तौर पर शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं कर ली जाती, विरोध-प्रदर्शन जारी रहेगा. इसके बाद प्रशासन की ओर से हिंदू संगठनों को आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन मिला जिसके बाद संगठन ने अगले 48 घंटे तक के लिए धरना खत्म किया.
पटियाला के काली माता मंदिर के संचालक और हिंदू तख्त के धर्माधीश पंचानंद गिरी महाराज के मुताबिक स्थानीय प्रशासन से बातचीत के बाद फिलहाल हिंदू संगठनों ने पटियाला बंद को टाल दिया है. प्रोटेस्ट मार्च भी अब नहीं निकाला जाएगा. 2 दिन का समय पुलिस प्रशासन ने मांगा है और वादा किया है कि मंदिर पर हमला करने वाले लोगों को आईडेंटिफाई किया जा चुका है और जल्द ही उनको गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
पंचानंद गिरी महाराज ने कहा कि एसपी नानक सिंह ने काफी अच्छे तरीके से मंदिर को बचाने के लिए फायरिंग भी की और मौके पर स्थिति को संभाला. उनका ट्रांसफर नहीं करना चाहिए था. पंचानंद गिरी ने कहा कि अगर भविष्य में खालिस्तान समर्थकों ने मंदिर पर दोबारा हमला किया तो उनको उन्हीं की भाषा में जवाब दिया जाएगा. उन्होंने ये भी कहा कि अगर अगले 2 दिन में पुलिस ने उचित कार्रवाई नहीं की तो सड़कों पर भी उतरा जाएगा.
एक दिन पहले ही शिवसेना हिंदुस्तान के कार्यकारी अध्यक्ष हरीश सिंगला ने खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च का ऐलान करते हुए किया था. उन्होंने कहा था कि शिवसेना, पंजाब को खालिस्तान नहीं बनने देगी. सिंगला के ऐलान के मुताबिक शुक्रवार को बड़ी तादाद में लोग तय जगह पर जमा हुए और खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च निकला.
इस मार्च में जो लोग शामिल थे, वे खालिस्तान विरोधी नारे लगाते हुए चल रहे थे. खालिस्तान विरोधी नारे लगाते चल रहे लोगों के विरोध में खालिस्तान समर्थक संगठनों के लोग भी आ गए. खालिस्तान के समर्थन में नारे लगाने लगे. दोनों गुट आमने-सामने हुए तो तलवारें लहराई जाने लगीं. पुलिस ने बैरिकेड कर रोकने की कोशिश की लेकिन वो नाकाफी साबित होने लगा. पुलिस को अंत में बल प्रयोग करना पड़ा.
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