पंजाब की भगवंत मान सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए राज्य के 12710 शिक्षकों को दिया पक्का
पंजाब की भगवंत मान सरकार ने सत्ता संभालने से पहले किया गया वादा पूरा किया तो शिक्षकों की आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़े. ये शिक्षक सालों से अपनी पक्की नियुक्ति के लिए संघर्ष कर रहे थे. शिक्षकों ने उम्मीद कभी नहीं हारी और अपने हक की लड़ाई लगातार लड़ते रहे. सरकारें आती और जाती रहीं लेकिन शिक्षक उम्मीद लगाए बैठे रहे. ऐसे में जो काम पिछली सरकारें नहीं कर सकीं वो काम मान सरकार ने एक साल में दिखाया. पंजाब (Punjab) की भगवंत मान सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए राज्य के 12710 शिक्षकों को पक्का कर दिया है. सीएम भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने इस मौके पर कहा कि मैं भी अध्यापक का बेटा हूं, इसीलिए मैं उनका दुख समझता हूं. इस दौरान सीएम मान ने पिछली सरकारों पर भी जमकर हमला बोला. साथ ही कुछ अध्यापकों की बातें सुनकर सीएम भगवंत मान भावुक हो गए.
'साफ होनी चाहिए नीयत'
इस दौरान अपने संबोधन में सीएम भगवंत मान ने कहा कि पिछली सरकारें इन शिक्षकों तके साथ भद्दा मजाक कर रहीं थीं. बहुत कम सैलरी पर इन्हें काम करना पड़ता था. इन शिक्षकों को पुलिस के डंडे भी खाने पड़े. अफसरों ने इन्हें पक्का करने के रास्ते में कई कानूनी अड़चनें गिनाई, लेकिन मैंने अफसरों को साफ बोला कि इन्हें पक्का करना ही है. सरकारों के पास बहुत पैसा होता है मगर नीयत साफ होनी चाहिए. सीएम भगवंत मान ने एक और बड़ा ऐलान किया. सीएम ने कहा कि सरकारी स्कूलों में अब छात्रों के लिए बसें लगाएंगे. इसके लिए पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जाएगा. पायलट प्रोजेक्ट में 21 करोड़ खर्च करेंगे. भगवंत मान ने कहा कि धीरे-धीरे पंजाब के बाकी स्कूलों में भी इसे लागू करेंगे. जिससे करीब 20 हजार बच्चों को फायदा होगा.
'पंजाब में 'कच्चा' शब्द रहने ही नहीं देंगे'
सीएम मान ने ट्वीट कर कहा, ''पंजाब आज शिक्षा क्षेत्र में ऐतिहासिक पलों का गवाह बना...वादे के मुताबिक पिछली सरकारों की बदनीयती से परेशान 12,710 अस्थाई अध्यापकों को पक्के होने के नियुक्ति पत्र सौंपे...सभी का पंजाब सरकार के परिवार में स्वागत है...ईश्वर की कृपा से और पंजाबियों के प्यार और साथ से आने वाले दिनों में ओर भी फ़ैसले जनता के हक़ में होते रहेंगे...विश्वास बनाए रखें, बाकी बचे कच्चे कर्मचारियों को भी हम जल्द पक्का करेंगे..हम पंजाब में 'कच्चा' शब्द रहने ही नहीं देंगे...''
भावुक हुए सीएम भगवंत मान
अध्यापकों को रेगुलर करने के बाद सर्टिफिकेट देते समय मुख्यमंत्री भगवंत मान उस समय भावुक भी हुए जब एक महिला ने अपनी कहानी सुनाई. महिला टीचर की 14 महीने की बच्ची रूथ की जनवरी 2014 में अध्यापकों के आंदोलन में मौत हो गई थी. रोते हुए वो महिला टीचर मंच पर आई, जिसे देखकर सीएम मान भी भावुक हो गए. पक्का करने की मांग को लेकर जनवरी 2014 में ये तमाम टीचर बठिंडा में आंदोलन कर रहे थे, जब ठंड की वजह से बच्ची की मौत हो गई थी.