ढ़िलाई बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई : दुष्यंत चौटाला
चंडीगढ़। हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि औद्योगिक क्षेत्रों में स्थापित उद्योगों के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं जल्द से जल्द निर्धारित अवधि में पूरी की जाएं, ढ़िलाई बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। डिप्टी सीएम सोमवार को यहां अपने कार्यालय में हिसार और रोहतक के उद्योगपतियों की एसोसिएशनों के प्रतिनिधियों तथा उद्योग, बिजली, पर्यावरण, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण आदि विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों की सयुंक्त बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस अवसर पर श्रम मंत्री अनूप धानक भी उपस्थित थे।
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने हाल ही में हिसार और रोहतक का दौरा किया था जिसमे वहां के उद्योगपतियों ने अपनी समस्याओं से अवगत करवाते हुए समाधान की मांग की थी। डिप्टी सीएम ने तुरंत संज्ञान लेते हुए चंडीगढ़ आते ही संबंधित अधिकारियों की बैठक बुलाई, साथ ही उन दोनों जिलों के उद्योगपतियों की एसोसिएशनों को भी बुलावा भेजा। सबको साथ बिठाकर करीब डेढ़ घंटे तक सभी समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की और अधिकारियों के लिए समय अवधि निर्धारित करते हुए कहा कि लेट-लतीफी कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिन प्रस्तावित कार्यों की मंजूरी मिली हुई थी और अधिकारी की सुस्ती के कारण शुरू नहीं हो पाए थे, उनको चेतावनी दी गई कि इस बार लापरवाही बरती तो सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने हिसार के सेक्टर 27-28 औद्योगिक क्षेत्र में शीघ्र ही पुलिस पोस्ट और फायर स्टेशन स्थापित करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को इन सेक्टरों को हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं बुनियादी ढांचा विकास निगम (HSIIDC) को सौंपने की प्रक्रिया पूरी कर वहां सड़क, जल आपूर्ति, सीवरेज, बरसाती पानी के ठहरने आदि विभिन्न समस्याओं का निराकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने इन औद्यौगिक क्षेत्रों के पास ही क्वालिटी मार्किंग सेंटर तथा कम्यूनिटी सेंटर आरंभ करने के भी निर्देश दिए।
उपमुख्यमंत्री ने रोहतक की आईडीसी इंडसट्रीज एसोसिएशन द्वारा रखी गई मांगों, जैसे कि हाई टेंशन पॉवर लाइन को औद्योगिक क्षेत्र से हटाने तथा हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं बुनियादी ढांचा विकास निगम द्वारा स्थापित सीईटीपी के पैरामीटर आदि पर कार्रवाई करते हुए जल्द से जल्द समस्याओं को दूर करने के निर्देश दिए। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि वे अपने प्रदेश के प्रत्येक वर्ग की समस्याओं का निराकरण प्राथमिकता से करने में जुटे हुए हैं। उद्योगपतियों की सुविधाओं का भी खास ख्याल रखा जा रहा है ताकि वे अनुकूल माहौल में कार्य कर सकें और राज्य आर्थिक रूप से सुदृढ़ बन सकें।