अमृतसर। दिवाली का पवित्र त्योहार देश भर में बड़े उत्साह से मनाया जाता है। एक प्रसिद्ध कहावत है दाल रोटी घर दी,दिवाली अमृतसर दी। दिवाली वाले दिन सच्चखड़ श्री हरिमंदिर साहिब में दूर-दूर से लाखों की तादाद में संगत नतमस्तक होने के लिए आती है। शाम होते ही इसकी खूबसूरती और कई गुणा अधिक बढ़ जाएगी। इस दौरान 1 लाख देसी घी के दिए जलाए जाएंगे और आतिशबाजी भी होगी। बता दें कि पूरे भारत में हिंदू जहां श्री राम की अयोध्या वापसी पर दिवाली मनाते हैं, उसी तरह सिख धर्म में आज का दिन बंदी छोड़ दिवस के रूप में मनाया जाता है। वहीं शिरोमणि कमेटी प्रधान हरजिंदर सिंह धामी द्वारा जहां संगतों को बधाई दी गई, वहीं उन्होंने बताया कि इस दिव गवालियर की कैद से छेवी पातशाही श्री गुरु गोबिंद सिंह ने 52 राजाओं को रिहा करवाया था।