पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी
बड़े दुख की बात है कि जिस आम आदमी पार्टी को पंजाबियों ने बड़ी उम्मीद के साथ कमान सौंपी थी वही सरकार आज लोगों की हर जरूरत को दरकिनार कर चुकी है।
बड़े दुख की बात है कि जिस आम आदमी पार्टी को पंजाबियों ने बड़ी उम्मीद के साथ कमान सौंपी थी वही सरकार आज लोगों की हर जरूरत को दरकिनार कर चुकी है। उक्त विचार हलका चब्बेवाल के विधायक डा. राज कुमार ने मिनी सचिवालय के समक्ष पंजाब सरकार के खिलाफ लगाए गए धरने के दौरान कही। इस दौरान हलका चब्बेवाल के लोग भारी संख्या में मौजूद रहे। लोगों ने इस दौरान पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इस मौके पर डा. राज ने कहा कि उन्होंने अपनी सरकार के समय बहुत कोशिशों के साथ चब्बेवाल हलके के गरीब, जरूरतमंद परिवारों की कच्ची छतों को बदलने के लिए फंड जारी करवाया था, जोकि अधिकतर पंचायतों ने लाभार्थियों के खातों में डाल दी गई थी। पर चुनाव आचार संहिता लगने के कारण कुछ पंचायतें लाभपात्रियों के खाते में रुपये नहीं डाल पाई थीं। लगभग तीन हजार परिवारों के खातों में पांच करोड़ रुपये डाल दिए गए थे, पर एक हजार परिवारों के लगभग एक करोड़ रुपये पंचायतों द्वारा जारी करने से रह गए। इसके अलावा गांवों के विकास कार्यों के लिए जो फंड जारी किए गए थे तथा उनमें से भी कुछ फंड बाकी पड़े थे, जो खर्चे नहीं जा सके, आप सरकार दोनों फंड वापिस ले रही है। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही नाइंसाफी है तथा इस जुल्म को बर्दाश्त नहीं करेंगे
इस मौके पर डा. राज द्वारा जिलाधीश संदीप हंस को इस मुद्दे पर एक मांगपत्र भी दिया गया, जिसमें उन्होंने मांग की कि यह फंड तुरंत इन गरीब, जरूरतमंद परिवारों को दिए जाएं, ताकि बारिश के मौसम से पहले ही लोग अपनी कच्ची छतों की रिपेयर कर सकें। डा. राज ने कहा कि इससे अधिक सरकार की नालायकी क्या होगी कि पंचायतों के खातों में रुपये पड़े हैं और लाभार्थियों के पास उनके प्रमाणपत्र मौजूद हैं। फिर भी सरकार उनके पैसे नहीं दे रही। जिस करके वह दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं। इस धरने में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया तथा सरकार के खिलाफ जोरदार रोष प्रदर्शन किया। डा. राज ने कहा कि यह बहुत ही अफसोस की बात है कि इन महिलाओं को सरकार बनते ही एक-एक हजार रुपये की गारंटी देने वाली आप की सरकार उनको पिछली सरकार द्वारा 10-15 हजार की दी गई आर्थिक मदद भी उन्हें देने को राजी नहीं है। उन्होंने धरने में बैठी महिलाओं को यह भी विश्वास दिलाया कि वे कच्ची तथा लकड़ी की छतों को बदलने के लिए कम से कम 50 हजार रुपये की आर्थिक मदद हर परिवार को सरकार से जारी करवाने की कोशिश करेंगे। उन्होंने अपने हलका वासियों को भरोसा दिया कि उनके हकों के लिए हर लड़ाई लड़ने को तैयार हैं तथा अगर 10-12 दिन में इस पर कोई एक्शन न लिया गया तथा लाभार्थियों को उनके पैसे न दिए गए तो उनके द्वारा अपने साथियों के साथ भूख हड़ताल की जाएगी