रिश्वत की तीसरी किश्त 10,000 रुपए की रिश्वत लेते एसएचओ रंगे हाथों काबू

Update: 2023-10-06 18:22 GMT
मोगा। पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने राज्य में भ्रष्टाचार के विरुद्ध चल रही मुहिम के दौरान थाना धर्मकोट, जि़ला मोगा में तैनात एसएचओ गुरविन्दर सिंह भुल्लर को 10,000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों काबू किया है।
ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि उक्त पुलिस इंस्पेक्टर को सुखविन्दर सिंह निवासी गाँव नूरपुर हकीम (ढाणी मलूक सिंह), तहसील धर्मकोट द्वारा दर्ज करवाई शिकायत पर काबू किया गया है। उन्होंने बताया कि उक्त शिकायतकर्ता ने फिऱोज़पुर स्थित विजीलैंस ब्यूरो रेंज के दफ़्तर में पहुँच कर बयान दर्ज करवाए और दोष लगाया है कि उसके चोरी हुए ट्रक-ट्राले का पता लगाने के लिए वह पहले थाना कोट इसे खान, मोगा जि़ला में गया और उपरोक्त एसएचओ से मिला। जिसने इस सम्बन्ध में मदद करने के लिए एक लाख रुपए की माँग की। परन्तु आखिऱकार सौदा 80,000 रुपए में तय हो गया। इसके बाद उक्त थानेदार ने शिकायतकर्ता से पेशगी किश्त के तौर पर 50,000 रुपए ले लिए परन्तु शिकायतकर्ता ने उसे कहाकि वह ट्रक-ट्रेलर का सुराग पता लगने के बाद ही बाकी रहती रकम देगा।
शिकायतकर्ता ने दोष लगाया कि वह अपने ट्रोले के बारे पता लगाने के लिए दोबारा थाना कोट इसे खान पहुँचा तो पता लगा कि उक्त थानेदार का तबादला बतौर एसएचओ धर्मकोट हो गया है। फिर वह उसे नई तैनाती वाले थाने में मिला जहाँ उक्त थानेदार ने रिश्वत की बकाया रकम देने के बाद ही गुजरात से उसकी गाड़ी बरामद करने की बात की। इसके बाद थाने में ही एसएचओ ने शिकायतकर्ता से दूसरी किश्त के तौर पर 20,000 रुपए ले लिए और बकाया रकम तुरंत अदा करने की हिदायत की।
इस भ्रष्टाचार के आगे न झुकने के कारण शिकायतकर्ता ने विजीलैंस ब्यूरो रेंज के दफ़्तर के पास जाने का फ़ैसला किया। इसके बाद जब एसएचओ 10,000 रुपए की बकाया रकम की माँग रहा था तो शिकायतकर्ता ने बातचीत रिकार्ड कर ली और सबूत के तौर पर विजीलैंस ब्यूरो दफ़्तर को सौंप दी।
ब्यूरो ने इस मामले में एसएचओ को दोषी पाए जाने के बाद भ्रष्टाचार का मामला दर्ज कर लिया है। इसके बाद विजीलैंस ब्यूरो की टीम ने जाल बिछाया, जिसके नतीजे के तौर पर थानेदार गुरविन्दर सिंह भुल्लर को दो सरकारी गवाहों की हाजिऱी में शिकायतकर्ता से 10,000 रुपए की रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों काबू कर लिया।
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