Ludhiana,लुधियाना: पर्यावरणविद से राज्यसभा सदस्य बने संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने बुड्ढा नाले को प्रदूषण से मुक्त करने के लिए अपनी कारसेवा जारी रखते हुए जमालपुर नाले पर बांध बनवाया है। यह नाला वर्षों से सतलुज की सहायक नदी को प्रदूषित कर रहा है। सीचेवाल ने बताया कि पहले शहर का गंदा सीवेज बिना ट्रीटमेंट के जमालपुर नाले के जरिए बुड्ढा नाले में गिरता था और करीब 60 एमएलडी पानी बड़े पैमाने पर जलस्रोत को प्रदूषित कर रहा था। उन्होंने बताया कि अब यह गंदा पानी बुड्ढा नाले में गिरने की बजाय तीन मोटरों की मदद से जमालपुर में बने 225 एमएलडी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) में डाला जा रहा है। उन्होंने बताया कि इससे करीब एक लाख घरों का दूषित पानी जो पहले सहायक नदी में गिरता था, अब जमालपुर एसटीपी में जाएगा।
गौरतलब है कि गुरुद्वारा गऊघाट के पास सीचेवाल द्वारा 31 दिसंबर को शुरू किए गए पंपिंग स्टेशन की अस्थायी व्यवस्था का निर्माण कार्य कुछ ही दिनों में पूरा हो गया। सीचेवाल ने कहा कि बुड्ढा दरिया की पवित्रता को बहाल करने के लिए स्वयंसेवकों के सहयोग से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इन प्रयासों के तहत पहले चरण में नाले के किनारे खाली जगहों पर पौधे लगाए गए, जबकि दूसरे चरण में नाले में गिरने वाले गंदे पानी को रोका और उसका प्रबंधन किया जा रहा है। सीचेवाल ने गोबर की स्थिति को जांचने के लिए ताजपुर डेयरी परिसर का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि उनका अगला लक्ष्य बुड्ढा नाले में फैक्ट्रियों, रंगाई और डेयरियों से निकलने वाले गोबर और अन्य कचरे को पूरी तरह से रोकना है। दौरे के बाद उन्होंने जमालपुर एसटीपी में अधिकारियों के साथ बैठक की और सीवरेज बोर्ड को निर्देश दिए कि वे ताजपुर डेयरी परिसर का कनेक्शन तुरंत ईटीपी प्लांट से जोड़ें, ताकि दूषित पानी को साफ किया जा सके, जबकि गोबर उठाने की जिम्मेदारी उनकी रहेगी। इस बीच, पंपिंग स्टेशन पर लगी दो मोटरें भी चालू कर दी गई हैं। उन्होंने बताया कि पंपिंग स्टेशन पर तीन मोटरें लगाई गई हैं, जिनमें से दो मोटरें दिन-रात काम करेंगी, जबकि तीसरी को स्टैंडबाय पर रखा गया है।