Amritsar,अमृतसर: सिख संगत ने आज सुबह सभी गुरुद्वारों में 10 मिनट तक गुरुमंतर और मूलमंतर का पाठ किया और गुरु गोविंद सिंह के बड़े पुत्र बाबा अजीत सिंह और बाबा जुझार सिंह समेत शहीदों को श्रद्धांजलि दी। स्वर्ण मंदिर के अंदर गुरुद्वारा मंजी साहिब दीवान हॉल में गुरमत समागम का आयोजन किया गया। अरदास के बाद स्वर्ण मंदिर के हजूरी रागी जत्थों ने कीर्तन किया। बाद में ढाडी जत्थों ने संगत के साथ शहीदों का इतिहास साझा कर श्रद्धांजलि दी। अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने साहिबजादों के बलिदान को सिख समुदाय के इतिहास में एक अनुकरणीय साहस बताया। साहिबजादों को श्रद्धांजलि देते हुए एसजीपीसी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने संगत से उनसे प्रेरणा लेने का आग्रह किया।