बोले- VC को भेजी ई-मेल, सेक्सुअल हैरेसमेंट के आरोपी असिस्टेंट प्रोफेसर का साथ दे रहे
असिस्टेंट प्रोफेसर का साथ दे रहे
पंजाब :लुधियाना स्थित पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (PAU) में छात्राओं से यौन उत्पीड़न मामले में मंगलवार को स्टूडेंट्स और प्रोफेसर आमने-सामने हो गए। प्रोफेसरों ने VC को ई-मेल के जरिए लेटर भेजकर यौन उत्पीड़न मामले में हुई कार्रवाई के बाद प्रोफेसरों के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचने के बारे में कहा गया।
जैसे ही स्टूडेंट्स को ई-मेल भेजने की बात का पता चला तो उन्होंने नुक्कड़ नाटक के जरिए ई-मेल भेजने का विरोध किया। इसके बाद प्रोफेसरों ने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने सिर्फ अपनी मांगों को लेकर आज प्रदर्शन किया है, उसका छात्राओं के उत्पीड़न मामले से कोई लेना-देना नहीं है।
यूनियन के वक्ता डॉ.एचएस किंगरा ने कहा कि निजी मुद्दों को लेकर वे प्रदर्शन कर रहे हैं। इनमें न्यू पेंशन स्कीम का विरोध, प्रमोशन पॉलिसी को शुरू करवाने के लिए धरना दिया जा रहा है। अगर किसी असिस्टेंट प्रोफेसर ने किसी छात्रा के साथ कोई गलत काम किया है तो उसकी जांच कमेटी बनी है वह अपना निर्णय देगी। बाहर से छात्रों का टीचरों पर दबाव बनवाना गलत है। प्रोफेसर और स्टूडेंट के रिश्ते न खराब किए जाएं।
स्टूडेंट यूनियन के नेता बबनप्रीत सिंह ने कहा कि प्रोफेसरों द्वारा VC सहित सभी प्रोफेसरों को लिख कर भेजा गया है कि छात्रों ने टीचरों के खिलाफ जो शिकायत दी है वो जायज नहीं है। प्रोफेसर दोहरी चाल चल रहे है। छात्रों के सामने कुछ कहते है बाद में बदल जाते हैं। ई-मेल के जरिए वे आरोपी असिस्टेंट प्रोफेसर को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
यूनिवर्सिटी की अंडर ग्रेजुएट स्टूडेंट ने एंटोमोलॉजी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. युवराज सिंह पांधा पर सेक्सुअल हैरेसमेंट और छेड़छाड़ के आरोप लगाते हुए गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित के नाम लेटर लिख था। इस शिकायत के बाद एक और पूर्व स्टूडेंट ने प्रोफेसर पर परेशान करने के आरोप लगाए थे।
यौन उत्पीड़न का मामला सामने आने के बाद हाल ही में उन्हें कपूरथला के अनुसंधान केंद्र में ट्रांसफर कर दिया गया था। प्रोफेसर पर आरोप है कि उन्होंने छात्राओं को आपत्तिजनक मैसेज भेजे। जिसके बाद ही VC डॉ. सतबीर सिंह गोसल ने डॉ. युवराज सिंह पांधा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर मामले की पड़ताल शुरू करवा दी है।