CHANDIGARH चंडीगढ़: पंजाब पुलिस ने तीन ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया है, जिनमें गुरबक्स नामक एक 'बड़ी मछली' भी शामिल है। एक अधिकारी ने शनिवार को यहां बताया कि उनके पास से एक किलोग्राम मेथामफेटामाइन, जिसे "आइस" के नाम से भी जाना जाता है, 2.45 किलोग्राम हेरोइन और 520 ग्राम स्यूडोएफ़ेड्राइन, एक प्रीकर्सर केमिकल जब्त किया गया है। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने कहा, "ड्रग्स तस्कर गुरबक्स उर्फ लाला सक्रिय रूप से प्रीकर्सर केमिकल की आपूर्ति कर रहा था, जिसका इस्तेमाल कच्चे हेरोइन में मिलावट करके उसका असर बढ़ाने और क्रिस्टल मेथामफेटामाइन बनाने में किया जाता था।" उन्होंने कहा कि आरोपी को हर खेप पर 50,000 रुपये का कमीशन मिलता था। गौरतलब है कि पुलिस की ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई के कारण ड्रग्स की आपूर्ति श्रृंखला टूट रही है, और तस्कर अब "आइस" जैसी सिंथेटिक ड्रग्स के स्थानीय निर्माण का सहारा ले रहे हैं, जिसमें प्रीकर्सर केमिकल का इस्तेमाल कर कमी को पूरा किया जा रहा है। अफगानिस्तान में तालिबान ने अफीम के उत्पादन पर भी प्रतिबंध लगा दिया है, जो हेरोइन की आपूर्ति की कमी का एक कारण भी है। गुरबक्स के अलावा, गिरफ्तार किए गए दो अन्य ड्रग तस्करों की पहचान दलजीत कौर और अर्शदीप के रूप में हुई है। आरोपी गुरबक्स और अर्शदीप का आपराधिक इतिहास रहा है और दोनों जमानत पर बाहर हैं।
डीजीपी ने कहा कि अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने आरोपी गुरबक्स के पिछले लिंक का भी पता लगा लिया है और पुलिस टीमें इस नार्को-सिंडिकेट के सरगना को पकड़ने के लिए तलाश कर रही हैं। यह घटनाक्रम अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस द्वारा 16 जून को कोट खालसा इलाके से स्थानीय ड्रग तस्कर दलजीत कौर की गिरफ्तारी की जांच के बाद सामने आया, जिसे 50 ग्राम हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया गया था। उसकी गिरफ्तारी के बाद उसके साथी ड्रग तस्कर अर्शदीप को छेहरटा इलाके से 200 ग्राम हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया गया। पुलिस आयुक्त (अमृतसर) रंजीत सिंह ढिल्लों ने अधिक जानकारी साझा करते हुए बताया कि दलजीत कौर और अर्शदीप से पूछताछ के दौरान गुरबक्स से संबंध का पता चला। उन्होंने बताया कि इसके बाद चार दिनों तक चले अभियान में गुरबक्स को गिरफ्तार कर लिया गया और उसके पास से एक किलो "आइस" और अन्य ड्रग्स बरामद की गई।