Punjab पंजाब : पंचायत चुनाव में उम्मीदवारों के नामांकन पत्र खारिज होने के विरोध में शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) का एसडीएम कार्यालय पर धरना गिद्दड़बाहा विधानसभा उपचुनाव के लिए चुनावी रैली में बदल गया। उपचुनाव की घोषणा जल्द ही होने की संभावना है। पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने न केवल अकाली दल प्रमुख सुखबीर सिंह बादल से उपचुनाव लड़ने की अपील की, बल्कि उनकी उम्मीदवारी की घोषणा भी की। 30 अगस्त को 'तनखैया' घोषित किए जाने के बाद यह पहला ऐसा कार्यक्रम था, जिसमें सुखबीर ने भाग लिया। 8 अक्टूबर को उन्होंने कई अकाली नेताओं के साथ मुक्तसर जिला प्रशासनिक परिसर के बाहर सड़क जाम कर दी थी और अधिकारियों को पात्र उम्मीदवारों की सूची संशोधित करने के
लिए दो दिन का अल्टीमेटम दिया था। सुखबीर ने कहा कि वह गिद्दड़बाहा के लोगों के लिए सरपंच, पंच, विधायक और सब कुछ बनेंगे। सुखबीर ने कहा, "गिद्दड़बाहा उपचुनाव के लिए उम्मीदवार का नाम पार्टी का संसदीय बोर्ड तय करेगा, लेकिन मैं वादा करता हूं कि मैं आपके लिए सबकुछ बनूंगा... बापू बादल (दिवंगत सीएम प्रकाश सिंह बादल) ने अपने आखिरी दिनों में मुझसे गिद्दड़बाहा और लंबी के लोगों का खास ख्याल रखने को कहा था। आपने उन्हें सीएम बनाया और बदले में उन्होंने इस इलाके का विकास किया।" पूर्व विधायक रघुबीर सिंह प्रधान और कई शिअद नेताओं ने सार्वजनिक रूप से सुखबीर से गिद्दड़बाहा उपचुनाव लड़ने की अपील की। शिअद नेताओं ने दावा किया कि आप सरकार ने लोकतंत्र की 'हत्या' की है। सुखबीर ने कहा, "पंचायत चुनाव रद्द होने चाहिए। हमारे पास 50 वकीलों की टीम है, जो उन लोगों की याचिकाएं दायर कर रही है, जिनके नामांकन फर्जी तरीके से खारिज किए गए। इस घिनौने कृत्य के पीछे के लोगों को बेनकाब करने के लिए सीबीआई जांच भी शुरू की जानी चाहिए।