पंजाब पुलिस पीएम मोदी की सुरक्षा में नाकाम, डीजीपी थे गायब: अनुराग ठाकुर

Update: 2022-08-25 16:26 GMT
पीएम मोदी के पंजाब दौरे के दौरान हुई सुरक्षा चूक का मामला फिर से तूल पकड़ने लगा है। इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में दाखिल रिपोर्ट के बाद अब भाजडपा ने पंजाब पुलिस और कांग्रेस को निशाने पर लिया है। केंद्रीय मंत्री व भाजपा नेता अनुराग ठाकुर ने कहा कि फिरोजपुर के एसएसपी वैकल्पिक मार्ग खोजने में दो घंटे का समय होने के बावजूद विफल रहे। प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक को खारिज नहीं किया जा सकता। कांग्रेस के शासन के दौरान जब पीएम पंजाब पहुंचे तो सीएम, डीजीपी और मुख्य सचिव उनका स्वागत करने के लिए नहीं पहुंचे थे।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि जिस जगह पुल के बीच उनका काफिला रुका था, प्रदर्शनकारियों से केवल 100 मीटर दूर और पाकिस्तान से केवल 10 किमी दूर था। कुछ भी हो सकता था। फोन करने पर भी सीएम नहीं मिले। पीएम मोदी वहां 20 मिनट खड़े रहे लेकिन कुछ भी हादसा होने के लिए दो मिनट ही काफी थे। इससे सवाल उठते हैं कि प्रदर्शनकारियों को पीएम के रूट की जानकारी किसने दी? एसएसपी फोन पर बार-बार किससे बात कर रहे थे? वह किससे निर्देश ले रहे थे? ठाकुर ने कहा कि राजनीतिक लाभ लेने के लिए पीएम की सुरक्षा से खिलवाड़ किया गया था। ये स्वभाविक नहीं सुनियोजित साजिश थी। सुप्रीम कोर्ट ने भी घटना पर गंभीर टिप्पणी की है। पंजाब पुलिस पीएम की सुरक्षा में नाकाम रही है।
पूछा- साजिश किसके इशारे पर रची गई थी?
अनुराग ठाकुर ने कहा है कि सर्वोच्च न्यायालय की टिप्पणी से यह साबित हो गया है कि पंजाब सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा सुनिश्चित करने में बुरी तरह असफल रही है। ऐसे मौके पर पंजाब पुलिस के सर्वोच्च अधिकारी घटनास्थल पर उपस्थित नहीं थे। उन्होंने कहा कि केवल दस किलोमीटर पाकिस्तान से दूर सीमा पर इस तरह की घटना बेहद चिंता पैदा करने वाली है और इस दौरान कुछ भी हो सकता था। उन्होंने आरोप लगाया है कि यह चूक नहीं, बल्कि एक साजिश का परिणाम थी और कांग्रेस के तत्कालीन पंजाब मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को बताना चाहिए कि यह साजिश किसके इशारे पर रची गई थी।
कहा- चन्नी उसी समय दिल्ली में एक कांग्रेस नेता के संपर्क में थे
अनुराग ठाकुर ने कहा कि देश इसके पहले ही क़ई प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और अन्य लोगों को आतंकवादी हमलों में गंवा चुका है। देश इस तरह का कोई खतरा अब उठाने के लिए तैयार नहीं है, लेकिन पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने अब तक यह नहीं बताया है कि उन्होंने किसके इशारे पर सुरक्षा में यह चूक होने दी। उन्होंने आरोप लगाया कि चन्नी उसी समय दिल्ली में एक कांग्रेस नेता के संपर्क में थे। लेकिन अब तक उन्होंने यह नहीं बताया है कि वे यह सब किस इरादे से कर रहे थे और इसके पीछे असली मंशा क्या थी।
ठाकुर ने आरोप लगाया है कि पीएम मोदी की सुरक्षा में यह चूक कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के इशारे पर रचा गया था और कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को इस पर जानकारी देनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर बनी कमेटी ने सुरक्षा में चूक की बात स्वीकार की है। कांग्रेस को इस पर स्पष्टीकरण देना चाहिए।

Similar News

-->