संदिग्ध हालात में पीटीयू के छात्र की मौत

जालंधर-कपूरथला रोड स्थित आईके गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग पार्ट-2 के छात्र की शनिवार देर रात संदिग्ध हालात में मौत हो गई

Update: 2022-06-05 08:28 GMT

जालंधर-कपूरथला रोड स्थित आईके गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग पार्ट-2 के छात्र की शनिवार देर रात संदिग्ध हालात में मौत हो गई। इसके बाद हॉस्टल के विद्यार्थियों ने पीटीयू कैंपस में हंगामा किया और रात तीन बजे तक धरना देकर पीटीयू प्रशासन पर कई संगीन आरोप लगाए। पोस्टमार्टम के बाद छात्र का शव पीटीयू प्रबंधन की ओर से एयर एंबुलेंस के माध्यम से बिहार भेजने की तैयारी की जा रही है।

जानकारी के अनुसार, आईकेजी-पीटीयू के इलेक्ट्रिकल इंजीनियिरंग पार्ट-2 के छात्र विवेक कुमार की शनिवार देर रात अचानक तबियत बिगड़ गई। उसे पीटीयू की गाड़ी के माध्यम से सिविल अस्पताल कपूरथला ले जाया गया जहां डाक्टरों ने तकलीफ पूछकर उपचार शुरू किया। करीब आधे घंटे के बाद उसकी मौत हो गई। छात्र की मौत की सूचना पाकर छात्र पीटीयू में कैंपस में इकट्ठे हो गए और प्रबंधन पर हॉस्टल में व्याप्त अनियिमतताओं के संदर्भ में कई तरह के संगीन आरोप जड़े।
न खाना सही, न डिस्पेंसरी में दवा
छात्रों के अनुसार हॉस्टल में खाना सही नहीं मिलता है। इससे छात्रों की सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। बीमार होने पर कैंपस की डिस्पेंसरी में दवा भी पर्याप्त नहीं मिलती है। इससे गुस्साए छात्र रात करीब तीन बजे तक धरना देते हुए प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। जबकि पीटीयू के रजिस्ट्रार, डीन और डिप्टी रजिस्ट्रार जनसंपर्क रजनीश कुमार शर्मा छात्रों को समझाने की कोशिश करते रहे।
छात्रों ने आरोप लगाया कि हॉस्टल के लिए जो डिस्पेंसरी बनाई गई है एक तो वह एक किलोमीटर दूर है, दूसरा उसमें सिवाय पैरासिटामोल के कोई अन्य दवाई नहीं मिलती। तीसरा हॉस्टल में कोई एंबुलेंस नहीं है। छात्रों का कहना है कि वैसे भी हॉस्टल की शर्तों के अनुसार 700 स्टूडेंट जहां पर रह रहे हों, वहां पर आपात काल के लिए एम्बुलेंस और मेडिकल सुविधा तो 24 घंटे रहनी चाहिए, लेकिन यूनिवर्सिटी को तो सिर्फ अपनी फीस से मतलब है।
छात्रों ने इसके अलावा खाने, पीने के पानी समेत कई समस्याएं गिनाईं। छात्रों का कहना है कि वह यहां अपने घरों से सैकड़ों किलोमीटर दूर पढ़ने के लिए आए हैं लेकिन फीस लेकर भी उन्हें सुविधाएं उपलब्ध नहीं करवाई जा रही हैं। यदि कोई स्टूडेंट आवाज उठाने की कोशिश करता है तो उसे डराया और धमकाया जाता है। देर रात को छात्रों का धरना देख कर पीटीयू में पहुंचे रजिस्ट्रार समेत तमाम अधिकारियों ने छात्रों को मनाने की कोशिश की। लेकिन छात्र नहीं माने। छात्रों ने एक डिमांड लिस्ट यूनिवर्सिटी प्रशासन को दी और कहा कि पहले इन्हें पूरा करो फिर वह धरने से उठेंगे।
छात्रों की मांगों को एक माह में किया जाएगा पूरा
डिप्टी रजिस्ट्रार जनसंपर्क रजनीश शर्मा ने बताया कि शनिवार देर शाम मधुबनी निवासी विवेक पानी की बोतल लेकर हॉस्टल के रूम में जा रहा था। अचानक वह बेहोश होकर गिर पड़ा। उसे तुरंत सिविल अस्पताल ले जाया गया जहां विवेक ने कहा कि पेट में जलन और छाती में कुछ फंसा होने जैसा महसूस हो रहा है। डॉक्टरों ने उपचार शुरू किया तो करीब आधे घंटे के बाद उसकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि रविवार सुबह विवेक के मामा के आने पर उसका पोस्टमार्टम करवाकर शव सौंप दिया है। यूनिवर्सिटी की ओर से विवेक के शव को मधुबनी पहुंचाने के लिए एयर एंबुलेंस की व्यवस्था कर दी गई है। वहीं उसके मामा व एक अन्य व्यक्ति के वापस जाने का खर्च भी यूनिवर्सिटी की ओर से किया गया। विवेक के परिजनों को मुआवजा दिलाने के लिए पंजाब सरकार को लिखा जाएगा।
हॉस्टल के छात्रों की समस्याओं के समाधान के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया गया है। एक माह में छात्रों की उचित मांगों को पूरा कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि छात्रों की ग्रुप इंश्योरेंस करवाई जाती है। जिसके क्लेम के बारे में पोस्टमार्ट व विसरा रिपोर्ट के आने के बाद ही पता लगेगा कि मौत नेचुरल थी या नहीं। उसके आधार पर आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी
हॉस्टल में एंबुलेंस के सवाल पर कहा कि उनका सरकार के साथ 108 एंबुलेंस के लिए समझौता है। आपातकाल में 108 एंबुलेंस को बुलाया जाता है। इसके अलावा निजी अस्पातालों से भी यूनिवर्सिटी का टाई-अप है। वैसे हॉस्टल में यूनिवर्सिटी में अपने वाहन भी इमरजेंसी में उपलब्ध रहते हैं। उन्होंने दुख जताते हुए कहा कि छात्र यूनिवर्सिटी का टापर था, गेट की तैयारी कर रहा था और 15-15 घंटे पढ़ाई करता था।


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