रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड हमले में पुलिस को मिली कामयाबी, कुल्ला निवासी निशान सिंह को पकड़ा
मोहाली के सेक्टर-77 स्थित पंजाब पुलिस के खुफिया विभाग के मुख्यालय पर रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) हमले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है।
मोहाली के सेक्टर-77 स्थित पंजाब पुलिस के खुफिया विभाग के मुख्यालय पर रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) हमले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। फरीदकोट पुलिस ने इस मामले में तरनतारन जिले के गांव कुल्ला निवासी निशान सिंह को पकड़ा है। आरोपी को मोहाली पुलिस के हवाले कर दिया गया है जहां उससे पूछताछ की जा रही है।
प्राथमिक जांच में सामने आया है कि आरोपी निशान के पाकिस्तान में बैठे आतंकी हरविंदर रिंदा के साथ संबंध है। उसके साथ बातचीत करने के सबूत भी सामने आए हैं। वहीं आरोपी के परिजन कुछ भी बोलने से साफ इनकार कर रहे है, लेकिन उन्होंने इतना जरूर कहा कि तीन दिन से निशान गायब था।
बॉर्डर से सटा है गांव कुल्ला
फरीदकोट अपराध जांच एजेंसी (सीआईए) को सूचना मिली थी कि कुल्ला के रहने वाले निशान सिंह के मोहाली धमाका मामले में तार जुड़ रहे हैं। पुलिस ने उसकी लोकेशन ट्रेस की। बुधवार तड़के टीम ने उसे गांव में गिरफ्तार कर लिया। गांव कुल्ला भारत-पाकिस्तान सीमा के काफी पास है। निशान सिंह एक बी श्रेणी का अपराधी है। कुछ समय पहले ही वह फरीदकोट जेल से जमानत पर बाहर आया था। आते ही, उसके लिंक आतंकियों के साथ जुड़ गए।
निशान की गिरफ्तारी बड़ी कामयाबी
पुलिस के अनुसार, निशान सिंह की गिरफ्तारी सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी कामयाबी है। अब इस मामले के साथ जुड़े अन्य अपराधियों को भी जल्द गिरफ्तार किया जा सकता है। जानकारी के अनुसार, जिस ग्रेनेड से मोहाली में खुफिया विभाग में हमला किया गया, वह रूस निर्मित था। इसका इस्तेमाल जम्मू-कश्मीर तथा तालिबान में होता है। इससे साफ साबित हो जाता है कि ग्रेनेड पाकिस्तान से ही आया था।
निशान पर दर्ज हैं 12 से अधिक मामले
तरनतारन के एसएसपी रंजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि निशान सिंह के खिलाफ मोगा, फरीदकोट, अमृतसर, तरनतारन और जिला गुरदासपुर में लगभग 12 मामले दर्ज हैं। जरूरत पड़ी तो उसे पूछताछ के लिए तरनतारन भी लाया जा सकता है। मोहाली पुलिस का पूरा सहयोग किया जाएगा।