कांस्य पदक विजेता दीपक नेहरा सुबह नौ बजे तिलियार झील पर पहुंचे। यहां पर उनके स्वागत में प्रशंसक इंतजार कर रहे थे। उनके पहुंचते ही जश्न शुरू हो गया। डीजे और ढोल की थाप पर गांववासियों ने नाच कर खुशी जाहिर की।
मंगलवार का दिन रोहतक के लोगों के लिए किसी त्योहार से कम नहीं रहा। हर क्षेत्र में कहीं ढोल-नगाड़े तो कहीं डीजे पर देशभक्ति के गीतों के साथ जश्न मनाया जा रहा था। इसकी खास वजह थी राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीतकर बर्मिंघम से लौटे गृह जिले के पदकवीरों के स्वागत की। पदक विजेताओं के सम्मान में पलकें बिछाए बैठे जिलावासियों ने मिठाई खिलाकर व नाच कर पदक विजेताओं का स्वागत किया। लोग हाथ में तिरंगा झंडा लेकर विजयी जुलूस में शामिल हुए। स्वर्ण पदक विजेता साक्षी मलिक, कांस्य पदक विजेता पूजा सिहाग नांदल व कांस्य पदक विजेता दीपक नेहरा मंगलवार को रोहतक पहुंचे। अमित पंघाल 12 अगस्त को आएंगे।
पूजा नांदल के स्वागत में दिल्ली बाईपास से नांदल भवन तक निकाला जुलूस
गढ़ी बोहर गांव की पुत्रवधू पूजा सिहाग नांदल कॉमनवेल्थ गेम्स में कांस्य पदक जीत कर मंगलवार को वापस लौटीं। दिल्ली बाईपास पर गांववासी व अन्य लोगों डीजे व ढोल-नगाड़ों के साथ उनका इंतजार कर रहे थे। सुबह करीब साढ़े नौ बजे पूजा के पहुंचने पर उन्हें खुली जीप में बैठाकर विजय यात्रा शुरू की गई। यह यात्रा नांदल भवन में जाकर सम्पन्न हुई। वहां पहुंचने पर नांदल खाप प्रधान व अन्य सामाजिक लोगों ने पूजा को सम्मानित किया।
दीपक नेहरा के निंदाना पहुंचने तक 19 जगहों पर हुआ स्वागत
कांस्य पदक विजेता दीपक नेहरा सुबह नौ बजे तिलियार झील पर पहुंचे। यहां पर उनके स्वागत में प्रशंसक इंतजार कर रहे थे। उनके पहुंचते ही जश्न शुरू हो गया। डीजे और ढोल की थाप पर गांववासियों ने नाच कर खुशी जाहिर की। बुजुर्गों ने फूलमालाएं पहनाकर दीपक को सम्मानित किया। वहीं रोहतक से गांव निंदाना तक दीपक को 19 जगहों पर सम्मानित किया गया।
सांपला टोल प्लाजा से शुरू हुई साक्षी मलिक की विजय यात्रा
कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक विजेता साक्षी मलिक दोपहर करीब एक बजे सांपला टोल प्लाजा पर पहुंचीं। लोगों ने सांपला से ही साक्षी के सम्मान में विजय जुलूस शुरू किया। जगह-जगह पर लोगों ने फूल मालाएं पहनाकर साक्षी का सम्मान किया। साक्षी ने कहा कि कॉमनवेल्थ गेम्स में यह उनका पहला स्वर्ण पदक है। स्वर्ण पदक जीतने के बाद वह सारा संघर्ष भूल गई हैं। उनका अगला लक्ष्य ओलंपिक गेम्स में देश के राष्ट्रगान की धुन को बजवाना है। इसके लिए वह अभी से तैयारी शुरू कर देंगी। वहीं उन्होंने कहा कि माता-पिता के साथ-साथ पहलवान पति व ससुर से भी बहुत कुछ सीखने के लिए मिला है।
12 को रोहतक पहुंचेंगे अमित पंघाल
स्वर्ण पदक विजेता अमित पंघाल मंगलवार को दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचे। वहां उनके परिजनों व प्रशंसकों ने उनका स्वागत किया। मां उषा देवी ने एयरपोर्ट पर ही अमित को चूरमा खिलाकर आशीर्वाद दिया। अमित के भाई अजय पंघाल ने बताया कि दो-तीन दिन तक अमित को दिल्ली के कार्यक्रमों में शामिल होना है। शायद 12 अगस्त को वह रोहतक पहुंचेंगे। उनके पैतृक गांव मायना में अमित के स्वागत की विशेष तैयारी की जा रही है। अमित के स्वागत में जिलावासी पलकें बिछाए बैठे हैं।
हरियाणा के पदक विजेताओं में एक चौथाई रोहतक से
कॉमनवेल्थ गेम्स में हरियाणा के खिलाड़ियों ने 20 पदक जीते। इनमें 17 पदक व्यक्तिगत व तीन पदक टीम गेम में जीते हैं। कुल पदकों का एक चौथाई हिस्सा रोहतक के खिलाड़ियों का रहा। रोहतक के खिलाड़ियों ने चार पदक व्यक्तिगत व एक पदक टीम गेम में जीता। व्यक्तिगत में अमित पंघाल व साक्षी मलिक ने स्वर्ण पदक और पूजा सिहाग नांदल व दीपक नेहरा ने कांस्य पदक जीते। टीम गेम में भारतीय महिला क्रिकेट टीम की ओपनिंग प्लेयर शेफाली वर्मा ने टीम को रजत पदक जिताने में अहम भूमिका निभाई।