चंडीगढ़। सरकारी स्कूल के बच्चे अब क्लास बंक नहीं कर सकेंगे। बंक की जानकारी सुबह हाजिरी के समय प्रिंसिपल, जिला शिक्षा अधिकारी के साथ-साथ अभिभावक के रजिस्टर मोबाइल नंबर पर पहुंच जाएगी। इससे जहां बिना कारण बताए क्लास से गैर-हाजिर रहने वाले बच्चो पर लगाम लगेगी। वहीं, सरकारी स्कूलों में डम्मी क्लासों पर भी नियंत्रण लगेगा।
शिक्षा विभाग ने अडॉप्ट किया एप
बच्चे महीने में 12 दिन से ज्यादा डम्मी या अन्य कारण से क्लास बंक करता है तो स्कूल से छुट्टी तय होगी। ऑनलाइन हाजिरी की सुविधा स्कूलों में पहली अगस्त से शुरू हो गई है। विभिन्न प्रदेशों के बच्चे सरकारी स्कूलों में डम्मी एडमिशन लेकर निजी कोचिंग इंस्टीच्यूट से तैयारी करते हैं। डम्मी क्लास के साथ कोचिंग लेने वालों को कोई परेशानी नहीं होती, लेकिन शहर के बच्चे एडमिशन से वंचित रह जाते हैं। इससे बचने के लिए विभाग ने ऑनलाइन एप्प के जरिए हाजिरी लगाने के लिए एप अडोप्ट किया है। कोरोना के केस एक बार फिर से बढऩे लगे हैं। शिक्षक और बच्चे पॉजिटिव आ रहे हैं, लेकिन फिर भी शिक्षा विभाग ने स्कूलों को बायोमैट्रिक अटैंडैंस फिर से कंटीन्यू करने के आदेश दिए हैं।
क्लास बंक रोकने के लिए अडॉप्ट किया एप्प
डायरैक्टर स्कूल एजुकेशन हरसुहिंदरपाल सिंह बराड़ ने बताया कि डम्मी क्लास एडमिशन और बंक वाले बच्चों पर रोक लगाने के लिए ऐप को अडोप्ट किया है। सीनियर सैकेंडरी स्कूल कम हैं, लेकिन बच्चों की संख्या बहुत ज्यादा हो जाती है। ज्यादातर बच्चे इंस्टीच्यूट में कोचिंग लेने के लिए शहर आ रहे होते हैं।