चंडीगढ़ (आईएएनएस)| पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने कहा कि पंजाब पुलिस ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के साथ संयुक्त रूप से बुधवार को राज्य में गैंगस्टरों और असामाजिक तत्वों के ठिकानों पर बड़े पैमाने पर घेराबंदी और तलाशी अभियान चलाया। सभी 28 पुलिस जिलों में तलाशी अभियान चलाया गया। एनआईए ने पंजाब पुलिस के सहयोग से 58 स्थानों पर छापेमारी की, जबकि राज्य पुलिस ने गैंगस्टरों और असामाजिक तत्वों के 143 ठिकानों पर अभियान चलाया।
पंजाब पुलिस की कम से कम 125 टीमों ने, जिनेमें 1,200 से अधिक पुलिसकर्मी शामिल थे, ऑपरेशन को अंजाम दिया।
डीजीपी यादव ने यहां मीडिया को बताया कि पुलिस आयुक्तों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया गया था कि वे व्यक्तिगत रूप से इन छापों की निगरानी करें और पर्याप्त संख्या में टीमें बनाएं ताकि एक साथ छापेमारी की जा सके।
उन्होंने कहा कि हाल ही में गिरफ्तार गैंगस्टरों और अपराधियों से पूछताछ के बाद छापेमारी की योजना बनाई गई थी।
विशेष डीजीपी (कानून-व्यवस्था) अर्पित शुक्ला ने कहा कि टीमों ने घरों और अन्य परिसरों में गहन तलाशी ली है और मोबाइल फोन तथा अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से डेटा भी एकत्र किया है, जिसे फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा।
उन्होंने कहा कि टीमों को अपराधियों और गैंगस्टरों की स्थिति की जांच करने के लिए भी कहा गया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वह जेल में है, जमानत पर है, बरी हो गया है या फरार है।
विशेष डीजीपी ने कहा कि कई लोगों को और सत्यापन के लिए हिरासत में लिया गया है और उनके कब्जे से आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई है, जिसकी आगे जांच की जा रही है।
उन्होंने कहा कि टीमों ने हथियारों के लाइसेंस की भी जांच की है और लोगों से गोला-बारूद के स्रोतों के बारे में पूछताछ की है। इसके अलावा विदेश में रहने वाले परिवार के सदस्यों के यात्रा विवरण, विदेश से बैंक लेनदेन, और वेस्टर्न यूनियन और संपत्ति के विवरण इकट्ठा किए हैं।
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन का उद्देश्य असामाजिक तत्वों की सांठगांठ को तोड़ना था, जो राज्य की शांति भंग करने का प्रयास करते रहते हैं।
--आईएएनएस